बागपत के एक थाने में तैनात एक महिला हेड कांस्टेबल बेटे के इलाज व घर की सुख शांति के लिए एक पाखंडी मौलाना के जाल में फंस गई। मौलाना हेड कांस्टेबल को अंधविश्वास में लेकर उसके साथ करीब एक वर्ष तक दुष्कर्म करता रहा और इलाज के नाम पर उससे लाखों रुपये भी ऐंठ लिए। इतना ही नहीं शारीरिक संबंध न बनाने पर वह महिला हेड कांस्टेबल को उसके बेटे की मौत की चेतावनी देकर डराता रहा। मौलाना से परेशान होकर पीड़िता ने उसके खिलाफ महिला थाने में दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई है, जबकि आरोपी फरार हो गया है।
बिजनौर जनपद निवासी 45 वर्षीय महिला बागपत के एक थाने में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात है। उसकी वर्ष 2006 में मृतक आश्रित में पति की जगह कांस्टेबल पद पर तैनाती हुई थी। बताया गया कि 29 जून 2018 को सड़क दुर्घटना में उसका छोटा पुत्र घायल हो गया था। बेटे का कई महीने तक आईसीयू में इलाज हुआ। इस दौरान महिला हेड कांस्टेबल को किसी ने उसके बेटे पर ऊपरी-हवा होने की सलाह दी। जिसके उपचार के लिए वह 30 जुलाई 18 को शहर की मोमीन मस्जिद के मौलाना जुबैर के पास पहुंची। कहा कि मौलाना ने पीड़िता को उसके बेटे के अंदर जिन होने का हवाला देकर उसे रात के समय करीब 10.30 बजे अकेला अपने पास बुलाया। जहां सामने शीशा रखकर खुद को जिन के भेष में बताते हुए महिला हेड कांस्टेबल से कपड़े उतरवा लिए और उसके साथ दुष्कर्म किया और आगे भी ऐसा करने के लिए कहा। इस दौरान मौलाना ने पीड़ित हेड कांस्टेबल को पूरी तरह से अपने जाल में फंसा लिया और बेटे की मौत की चेतावनी देकर डराता रहा। आरोप है कि करीब एक वर्ष उसके साथ दुष्कर्म का सिलसिला चलता रहा। मौलाना अभी भी महिला हेड कांस्टेबल पर संबंध बनाने का दबाव बना रहा था। वह उसे घर आकर भी परेशान करने लगा। जिससे पीड़िता मानसिक रूप से परेशान रहने लगी। इस मामले में पीड़िता ने पुलिस अधिकारियों को जानकारी दी। जिसके बाद उसने महिला थाने में तहरीर देकर आरोपी मौलाना जुबैर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस मौलाना की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है, लेकिन अभी तक वह पुलिस के हाथ नहीं लग सका। उधर, मामले में एसपी प्रताप गोपेन्द्र यादव का कहना है कि महिला हेड कास्टेबल की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। जल्द ही मौलाना को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जायेगी।