मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व्यवस्था के प्रति सतत जागरूक रहते है। इसके दृष्टिगत वह प्रतिदिन अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते है,उनसे फीडबैक लेते है,उचित दिशानिर्देश भी जारी करते है। योगी इसमें किसी भी स्तर पर कोताही नहीं चाहते। क्रियान्वयन में चूक से पीड़ितों को परेशानी होती है,साथ ही शिकायते भी मिलती है। इसीलिए मुख्यमंत्री समय समय पर जनपदों में जमीनी हकीकत देखने निकलते है।
इस क्रम में उन्होंने गोण्डा कोविड अस्पताल का निरीक्षण किया। इसके बेहतर संचालन का निर्देश दिया। पीड़ितों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध रहनी चाहिए। इसमें शिकायत की गुंजाइश नहीं रहनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने जनपद गोण्डा जिला तीन सौ शैय्यायुक्त उच्चीकृत चिकित्सालय भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि देवीपाटन मण्डल मुख्यालय पर कोविड अस्पताल के प्रारम्भ हो जाने से मण्डल व आस पास के जनपदों के कोरोना संक्रमित लोगों को उच्चगुणवत्ता का इलाज व स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकेगी।
यह अस्पताल कोरोना से लड़ाई की दिशा में एक और महत्वूपर्ण कदम है। इस गोण्डा कोविड हास्पिटल कोे डिजिटल रूप से एसजीपीजीआई, लखनऊ से जोड़ा जाएगा। योगी ने इसमें पर्याप्त मात्रा स्टाफ बढ़ाने को कहा,जिससे जांच का कार्य दो शिफ्टों में हो सके। गोण्डा कोविड हॉस्पिटल में विशेष रूप से प्रशिक्षित मेडिकल एवं पैरामेडिकल स्टाफ सहित सभी आवश्यक उपकरणों की शीघ्र उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। नोएडा और गोण्डा में कोविड अस्पताल की स्थापना से प्रदेश के पश्चिमी व पूर्वी क्षेत्रों में कोरोना से लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान हो सकेगा।
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश पिछड़ा है,फिर भी यहां पर पूरे देश के सापेक्ष कोरोना केसेज की संख्या काफी कम है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में कोरोना से लड़ी जा रही लड़ाई और समय से उठाए गए प्रभावकारी कदमों का सकारात्मक प्रभाव हुआ है। फिर भी सभी लोगों को सतत सतर्क रहने की जरूरत है। देवीपाटन मण्डल में तीन मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं। जनपद बहराइच में बना मेडिकल कॉलेज इस वैश्विक महामारी में काम आ रहा है। बलरामपुर में सेंटर के रूप में मेडिकल कालेज की स्थापना की जा रही है। गोण्डा में नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना की कार्रवाई भी हो रही है। इन तीनों मेडिकल कालेजों से इस क्षेत्र को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी।
मार्च माह में मात्र साठ कोरोना सैंपल की जांच की क्षमता थी, वहीं अब प्रदेश में एक लाख चालीस हजार से अधिक कोरोना सैंपल प्रतिदिन टेस्ट करने की क्षमता हो गई है। मुख्यमंत्री ने श्रावस्ती व बलरामपुर में लेवल टू अस्पताल शुरू कराए जाने के निर्देश दिए। मण्डल के चारों जनपदों में एकीकृत कोविड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर कोे सतत सक्रिय रखने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने गोंडा यात्रा के दौरान बाढ़ राहत कार्यों की समीक्षा की। विशेष सतर्कता तथा संवेदनशील स्थानों की विशेष निगरानी के निर्देश दिए।।उन्होंने मण्डल के प्रत्येक जनपद में बाढ़ राहत सामग्री व किट जनप्रतिनिधियों के माध्यम से युद्ध स्तर पर वितरित कराने के निर्देश दिए।