- Published by- @MrAnshulGaurav
- Sunday, June 05, 2022
औरैया। सम्पूर्ण विश्व, 5 जून का दिन पर्यावरण दिवस के रूप में मनाता है। दुनिया में लगातार प्रदूषण बढ़ रहा है। इसी बढ़ते प्रदूषण के कारण प्रकृति पर खतरा बढ़ रहा है। जिसे रोकने के उद्देश्य से पर्यावरण दिवस मनाने की शुरुआत हुई। ताकि लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाए और प्रकृति को प्रदूषित होने से बचाने के लिए प्रेरित किया जा सके। विश्व पर्यावरण दिवस 2022 की थीम ”Only One Earth” यानी केवल एक पृथ्वी है। इस थीम के आधार पर ‘प्रकृति के साथ सद्भाव में रहना’ पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
रविवार को औरैया जिले की औद्योगिक नगरी दिबियापुर में स्थित देश की नवरत्न कम्पनी एनटीपीसी में भी विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। इस मौके पर एनटीपीसी टाउनशिप परिसर स्थित सी.आई.एस.एफ. बैरक गेट के समीप परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक अनिल कुमार सिंह एवं अन्य विभागाध्यक्षों, वरिष्ठ अधिकारियों तथा कर्मचारियों द्वारा विभिन्न फलदार पौधे लगाए गये। इस मौके पर मुख्य महाप्रबंधक द्वारा पर्यावरण संरक्षण के संबंध में निदेशक (प्रचालन) का संदेश पढ़कर सभी को सुनाया गया एवं पर्यावरण को संरक्षित एवं जैव विविधता को बनाए रखने के लिए सभी को शपथ ग्रहण कराई गई।
इस मौके पर परियोजना प्रमुख अनिल कुमार सिंह द्वारा इस बात पर जोर दिया गया कि पर्यावरण को संरक्षित रखने एवं इसे और अधिक हरा-भरा बनाए रखने के लिए सभी के व्यक्तिगत एवं सामूहिक दोनों तरह के प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सम्पूर्ण विश्व ग्लोबल वॉर्मिंग तथा पानी की समस्या से जूझ रहा है। अतः हम सभी को ज्यादा-से-ज्यादा वृक्ष लगाना चाहिए तथा पानी का इस्तेमाल भी संतुलित मात्रा में ही करना चाहिए। ताकि आने वाली पीढ़ी को उपरोक्त समस्याओं का सामना न करना पड़े। परियोजना प्रमुख द्वारा बताया कि वर्ष 2021-22 में औरैया शून्य तरल निर्वहन (Zero Liquid Discharge) स्टेशन बन गया है। इस दौरान औरैया स्टेशन के प्रति व्यक्ति ने प्रति दिन घरेलू पानी की खपत को कम करने के प्रयास किया हैं और हमने इसे 2020-21 में 306 लीटर से 2021-22 में 210 लीटर तक कम करने का लक्ष्य हासिल किया है। उन्होंने इसके लिए सभी को बधाई दी और भविष्य के लिए शुभकामनाएं व्यक्त कीं।
उन्होंने आगे सभी को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने हेतु कार्यालय एवं घर दोनों को ही और अधिक स्वच्छ एवं आकर्षक बनाने पर जोर दिया। साथ ही कहा कि हमें अपने घरों से उपजे अपशिष्ट को स्वयं ही अलग करके निस्तारण करना चाहिए ताकि गंदगी एवं मच्छरों का साम्राज्य न फैले। उन्होंने सभी विभागीय प्रमुखों से अनुरोध किया गया कि पर्यावरण को संरक्षित रखने एवं हरा-भरा बनाने के लिए तथा अपने प्लांट एवं टाउनशिप को पर्यावरणीय दृष्टिकोण से स्वच्छ एवं सुंदर रखने के लिए वह अपने विभागों में विचार विमर्श कर सतत प्रोत्साहित करें एवं इस संबंध में विचार मंथन कर कार्ययोजना/सुझाव प्रस्तुत करें।
इस उपलक्ष्य में पर्यावरण प्रबंधन विभाग द्वारा कर्मचारियों उनके परिवारजनों एवं बच्चों के लिए पर्यावरण स्लोगन संदेश एवं पेंटिंग प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया जा रहा है। पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने हेतु इस अवसर पर पर्यावरण जागरूकता पद-यात्रा भी निकाली गयी.
रिपोर्ट – शिव प्रताप सिंह सेंगर