चक्रवात बिपरजॉय गुजरात के तट से टकरा गया है और इसके प्रभाव से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में रविवार से बारिश होने की उम्मीद है। शुक्रवार को मौसम विभाग ने यह जानकारी दी है। विभाग ने कहा है कि तूफान के असर से मॉनसून को पूर्वी भारत में आगे बढ़ने में मदद मिलेगी, जो अभी भीषण गर्मी की चपेट में है। इन राज्यों में फिलहाल लू जैसे हालात हैं। वहीं, आने वाले कुछ दिनों में इसका असर बिहार और झारखंड पर भी देखने को मिल सकता है।
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि हम स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। वहीं कुछ अन्य तथ्यों पर भी नजर रखे हुए हैं, जैसे अरब सागर और बंगाल की खाड़ी के ऊपर क्रास भूमध्यरेखी प्रवाह में वृद्धि हो रही है। यह मॉनसून को आगे बढ़ाने में मदद कर सकता है। महापात्रा ने कहा, 18 से 21 जून तक पूर्वी भारत और दक्षिण भारत के कुछ और हिस्सों में मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थतियां अनुकूल होंगी।
मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के ऊपर दबाव नहीं बनने से मौसम सक्रिय नहीं हुआ, जिससे 11 मई से मॉनसून की प्रगति धीमी रही है। अरब सागर में बने चक्रवात ने दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की धारा को प्रभावित किया, लेकिन अब इसके लैंडफॉल होने के बाद से उत्तर-पूर्व, मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश होने की संभावना है।