लखनऊ। आज ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय एवं एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विश्वविद्यालय के मध्य समझौता ज्ञापन हस्ताक्षरित किया गया। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एनबी सिंह ने कहा कि आज के इस दौर में यह एमओयू विशेष भूमिका रखता है। इस समझौते से विश्वविद्यालय के समस्त विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा विशेष रूप से अभियांत्रिकी संकाय को। इस एमओयू के परिणामस्वरूप विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को एकेटीयू की उन्नत प्रयोगशालाओं मैं सीखने का मौक़ा मिलेगा जिससे न सिर्फ विद्यार्थी बल्कि शिक्षक भी लाभान्वित होंगे।
एकेटीयू के कुलपति प्रो प्रदीप कुमार मिश्र ने कहा कि इस एमओयू से छात्रों को काफी फायदा होगा। दोनों संस्थान मिलकर शैक्षणिक गतिविधियों के साथ ही उद्यमिता एवं नवाचार पर भी काम करेंगे।इस समझौता ज्ञापन में क्षमता निर्माण, कौशल विकास, टेक्नोलॉजी के प्रति जागरूकता जैसे कार्यक्रमों के साथ ही स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम तथा फैकल्टी डेवलपमेंट जैसे कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे।
समझौता ज्ञापन पर विश्वविद्यालय की ओर से डॉ भावना मिश्रा, कार्यवाहक कुलसचिव एवं परीक्षा नियंत्रक तथा ऐकेटीयू की ओर से कुलसचिव सचिन कुमार सिंह ने हस्ताक्षर किये। भाषा विश्वविद्यालय की ओर से प्रो संजीव कुमार त्रिवेदी निदेशक, अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय तथा ऐकेटीयू की ओर से प्रो मनीष ग़ौर आईटी, एमओयू के समन्वयक रहेंगे। इस मौके पर भाषा विश्वविद्यालय की नोडल एमओयू, डॉ तनु डंग, प्रो एसके त्रिवेदी तथा उप कुलसचिव डॉ आर के सिंह तथा सहायक कुलसचिव रंजीत सिंह आदि मौजूद रहे।