लखनऊ। दो दिन पहले अतीक और अशरफ की पुलिस कस्टडी में हुई हत्या से जेल के अंदर बंद माफियाओं में टेंशन बढ़ गई है। इन्हें में से एक हैं बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari)।
अतीक हत्याकांड के बाद बांदा मंडल कारागार की सुरक्षा-व्यवस्था और सख्त कर दी गई है। चारदीवारी के बाहर गश्त बढ़ा दी गई। कारागार परिसर में शहर कोतवाली की जेल चौकी है। बिना आधारकार्ड के वहां भी किसी फरियादी को नहीं जाने दिया गया।
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वहीं, दिन में एसपी अभिनंदन ने कारागार अधिकारियों के साथ सुरक्षा-व्यवस्था को लेकर बैठक भी की। जेल सीनियर सुपरिटेंडेंट की ओर से सभी जेलकर्मियों को ऑनफुट रहने के निर्देश दिए गए।
चारदीवारी की निगरानी बढ़ाने के साथ गश्त भी हुई। बांदा मंडल कारगार सीनियर सुपरिटेंडेंट डॉ. वीरेश राज शर्मा ने कहा, कारागार में सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम हैं। प्रयागराज कांड के बाद सभी जेलकर्मियों को ऑनफुट किया गया है। सीसीटीवी से जेल के अंदर और बाहर निगरानी रखी जा रही है।
कारागार के तन्हाई बैरक में माफिया मुख्तार अंसारी बंद है। मुख्तार को सात अप्रैल 2021 को पंजाब की रोपड़ जेल से बांदा लाया गया था, जिसके बाद से कारागार में हाई सिक्योरिटी है।
45 से अधिक कैमरे से पूरे कारागर की निगरानी के साथ जेल परिसर में डेढ़ सेक्शन पीएसी बल रिजर्व किया गया है। कारागार बाउंड्री गेट के बाहर फोर्स की तैनाती रही। चौकी फरियाद लेकर जानेवालों से आधार कार्ड मांगा गया। बिना आधारकार्ड के जो पहुंचा, उसे प्रवेश नहीं दिया गया।