महिलाओं की उच्च शिक्षा पर प्रतिबंध के मुद्दे पर अफगानिस्तान (Afghanistan) से इस समय सबसे बड़ी खबर आ रही है कि अफ़ग़ान तालिबान में दो फाड़ हो गए हैं. इसके साथ ही एक इससे भी बड़ी खबर ये है कि अफगान मीडिया के मुताबिक तालिबान का गृहमंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी (Sirajuddin Haqqani) और रक्षामंत्री मुल्ला याकूब (Mullah Yaqoob) मिलकर कंधार में तालिबान के प्रमुख और अमीर उल मोमनीन हिबतुलाह अखुंदजादा (Mullah Hibatullah Akhundzada) को हटा कर तख्तापलट की कोशिश भी कर रहे हैं.
अफगानिस्तान की मीडिया के मुताबिक विश्विद्यालयों में महिलाओं की उच्च शिक्षा पर प्रतिबंध लगाने का फैसला अकेले तालिबान प्रमुख हिबतुलाह अखुंदजादा ने लिया था और अब इसी मुद्दे पर तालिबान दो फाड़ में बंट चुकी है जिसमे तालिबान हुकूमत का गृहमंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी, रक्षामंत्री मुल्ला याकूब और उपप्रधानमंत्री मुल्ला बरादर ना सिर्फ विश्विद्यालयों में महिलाओं की उच्च शिक्षा पर प्रतिबंध लगाने के फैसले का विरोध कर रहे हैं बल्कि तालिबान प्रमुख हिबतुलाह अखुंदजादा को अमीर उल मोमनीन के पद से हटाने की तैयारी कर रहे हैं.
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इस पूरे घटनाक्रम की वजह से अफ़ग़ान मीडिया के मुताबिक कंधार की सुरक्षा तालिबान प्रमुख हिबतुलाह अखुंदजादा ने अपने करीबी हेमलैंड के गवर्नर मौलवी तालिब को सौंप दी है और इस समय कंधार की सड़कें दोनो गुटों से सेनाओं से पटी हुई हैं. बताते चलें कि तालिबान प्रमुख हिबतुलाह अखुंदजादा ने अपने करीबी हेमलैंड के गवर्नर मौलवी तालिब को कंधार की सुरक्षा सौंपी है वो इससे पहले इस आतंकी संगठन के ‘आत्मघाती दस्ते’ का प्रमुख था.
यह घटनाक्रम इस लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि रक्षामंत्री मुल्ला याकूब तालिबान के पूर्व प्रमुख मुल्ला उमर का बेटा है और गृहमंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी तालिबानी का शीर्ष आतंकी है जिस पर संयुक्त राष्ट्र ने आज भी अरबो डॉलर का इनाम रख रखा है. इसी तरह मुल्ला बरादर दोहा शांति समझौते के दौरान प्रमुख तालिबानी नेता था. ऐसे में महिलाओं की शिक्षा के मुद्दे को आड़ बना कर अगर अफगानिस्तान में अगले कुछ दिनों में सत्ता की लड़ाई के लिए खून खराबा हो तो किसी को आश्चर्यचकित नही होना चाहिये.
इस घटनाक्रम पर निर्वासित राष्ट्रपति अशरफ गनी के पूर्व प्रवक्ता नजीब आज़ाद का भी बयान आया है कि कंधार, सेना की छावनी में तब्दील हो चुकी है ऐसे में कुछ अनजान पाकिस्तानीयों ने हिबतुलाह अखुंदजादा की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाले हुए हैं और मुल्ला याकूब और सिराजुद्दीन हक्कानी सलाह-मशविरे में व्यस्त हैं.