नई दिल्ली। बीते रविवार को दिल्ली के Burari बुराड़ी में एक ही परिवार के 11 सदस्यों के शव पाए गए थे। इनमें छत पर लगे लोहे के जाल से 10 शव लटकते मिले आैर परिवार की सबसे बुजुर्ग महिला का शव जमीन पर पड़ा मिला था। अभी तक इस मामले में मौत की सही वजह सामने नहीं आयी है लेकिन मृतकों के घर पर कुछ नोट्स मिलने से इस मामले को धार्मिक अंधविश्वास से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
Burari : गुरु नानक आई सेंटर को दान की गयी आँखें
बुराड़ी के संत नगर में हुए इस घटना में मौत की सही वजह सामने नहीं आ पायी है। बता दें कल इन सभी शवों की आंखें एक नेत्र बैंक आंखें गुरु नानक आई सेंटर को दान की गईं।
मृतकों के संबंधियों का कहना है कि यह परिवार हमेशा दूसरों की मदद करना चाहता था। इसलिए उनकी आंखें दान होने से वे मरकर भी 22 लोगों की मदद कर सकते हैं।
शवों को कल मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से दाह संस्कार के लिए निगमबोध घाट ले जाया जाएगा। दिल्ली पुलिस इस मामले की सभी संभव प्रयास कर जांच कर रही है।
- पुलिस को घटनास्थल वाले दो मंजिला घर से पूजा स्थान के पास से एक हाथ से लिखा हुआ नोट बरामद हुआ है।
मृतकों में नारायण देवी की बेटी प्रतिभा (57), उनके दो बेटे भावेश (50) और ललित भाटिया (45) के शव लटके मिले थे। भावेश की पत्नी सविता (48) और उनके तीन बच्चे – मीनू (23), निधि (25) और ध्रुव (15), ललित भाटिया की पत्नी टीना (42) और उनके 15 वर्षीय बेटे शिवम भी लटके थे। प्रतिभा की बेटी प्रियंका (33) का शव भी लटका पाया गया था।
बता दें कि पुलिस इस मामले को हत्या आैर आत्महत्या दोनों ही मामलों से जोड़कर इसकी जांच कर रही हैं। इस घटना से पूरे इलाके में सनसनी फैली है।