बेलगावी। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को कहा कि अतीत में किसी भी सरकार ने संसद के अंदर संविधान और इसके निर्माता बीआर अंबेडकर का अपमान नहीं किया, जिस तरह से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा संविधान और उसकी संस्थाओं को ‘कमजोर’ करना चाहती है।
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बेलगावी में आयोजित ‘गांधी भारत’ कार्यक्रम में प्रियंका गांधी ने कहा, ‘गैर-कांग्रेसी सरकारों समेत कई सरकारें आईं और गईं, लेकिन किसी भी सरकार में ऐसा कोई मंत्री नहीं था जिसने संसद में खड़े होकर आंबेडकर का अपमान किया हो।’
बेलगावी में कांग्रेस अधिवेशन की शताब्दी
कांग्रेस ने यह कार्यक्रम महात्मा गांधी द्वारा 1924 में पार्टी के अध्यक्ष के रूप में अध्यक्षता किए गए एकमात्र कांग्रेस अधिवेशन की शताब्दी मनाने के लिए आयोजित किया था। ‘जय बापू, जय भीम, जय संविधान’ थीम पर आयोजित इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर हाल ही में राज्यसभा में भारतीय संविधान और इसके निर्माता बीआर आंबेडकर का ‘अपमान’ करने का आरोप लगाया गया।
शाह ने किया स्वतंत्रता सेनानियों का ‘अपमान’- प्रियंका
प्रियंका गांधी ने कहा कि लोगों ने कभी नहीं सोचा था कि संसद के अंदर आंबेडकर का ‘अपमान’ किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसा करके अमित शाह ने देश और इसके लिए अपना सब कुछ कुर्बान करने वाले स्वतंत्रता सेनानियों का ‘अपमान’ किया है।
उनके अनुसार, अमित शाह ने आंबेडकर और संविधान का ‘अपमान’ करने की हिम्मत इसलिए की क्योंकि जब देश स्वतंत्रता के लिए लड़ रहा था, तब एक और वैचारिक धारा उभरी जो ‘संविधान विरोधी’ थी। प्रियंका गांधी वाड्रा ने यह भी आरोप लगाया कि आरएसएस के सदस्यों ने आंबेडकर का पुतला जलाया और उनकी आलोचना की।
2024 में लोगों ने भाजपा को सबक सिखाया- प्रियंका
उन्होंने कहा कि आरएसएस की संतान होने के नाते भाजपा आंबेडकर और उनके संविधान का ‘अपमान’ करने का साहस रखती है। उन्होंने आगे कहा, ‘हालांकि, 2024 में लोगों ने भाजपा को सबक सिखाया, जो अच्छा था क्योंकि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डर गए। उसके बाद, जब वे संसद गए, तो उन्होंने संविधान के सामने सिर झुकाया। आपने उन्हें ऐसा करने पर मजबूर किया’।