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स्नातक में इतने प्रतिशत अंक पाने वाले विद्यार्थियों को ही मिलेगा पीजी में प्रवेश…

एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) से संबद्ध प्रदेश के इंजीनियरिंग, फार्मेसी और आर्कीटेक्चर संस्थानों के सीधे प्रवेश (डायरेक्ट एडमिशन) के नियम कड़े कर दिए गए हैं. स्नातक में 65 प्रतिशत अंक पाने वाले विद्यार्थियों को ही पीजी कोर्सों में सीधे प्रवेश दिया जाएगा. साथ ही गेट, जीपैट क्वालीफाई अभ्यर्थियों को वरीयता देनी होगी.ऐसे में पहले से ही विद्यार्थियों का संकट झेल रहे कॉलेजों को इस वर्ष  मुसीबत उठानी पड़ सकती है.

विश्वविद्यालय से संबद्ध सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में पीजी की लगभग 5000 सीटें हैं. इनमें से पिछले वर्ष बहुत ज्यादा खाली रह गईं थीं. इस बार भी पीजी के लिए आवेदन कम आए हैं. दूसरी तरफ विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित प्रदेश प्रवेश इम्तिहान (एसईई) में परास्नातक कक्षाओं में प्रवेश के लिए स्नातक में 50 प्रतिशत अंक ही महत्वपूर्ण है. इसके बावजूद विद्यार्थियों का रुझान इस तरफ नहीं बढ़ा. विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार नंदलाल सिंह की ओर से इस विषय में संबद्ध प्राइवेट कॉलेजों को लेटर भेजकर सत्र 2019-20 में सामान्य और ओबीसी वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 65 जबकि एससी-एसटी के लिए 60 प्रतिशत अंक जरूरी करने को बोला गया है. साथ ही एमटेक, एमआर्क में प्रवेश के लिए गेट-जीपैट क्वालीफाई अभ्यर्थियों को प्रवेश में अहमियत देने को भी बोला गया है. विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी ने बोला कि गुणवत्तापरक एजुकेशन के लिए कॉलेजों में प्रवेश को यह नियम बनाए गए हैं.

पीजी प्रवेश की काउंसलिंग 15 से
विश्वविद्यालय द्वारा संबद्ध कॉलेजों में परास्नातक कोर्स में प्रवेश के लिए पहले चरण की काउंसलिंग 15 जून से प्रारम्भ हो रही है. एमटेक, एमफार्मा, एमआर्क, एमडेश में प्रवेश के लिए रजिस्टर्ड गेट, जीपैट, सीड क्वालीफाई अभ्यर्थी 15 जून को अपना डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन कराएंगे. 16 जून को उन्हें सीट अलॉट होगी. बचे हुए अभ्यर्थियों का डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन 22 जून को होगा. उन्हें सीट 24 जून को अलॉट होगी. इसके बाद बची सीटों पर एसईई के क्वालीफाई अभ्यर्थियों को प्रवेश के लिए काउंसलिंग 24 जून से होगी.

सीट कंफर्मेशन के समय देना होगा 50 हजार शुल्क
काउंसलिंग विश्वविद्यालय के लखनऊ स्थित घटक संस्थान सेंटर फॉर एडवांस स्टडीज में प्रातः काल 9 बजे से होगी. अभ्यर्थियों को अन्य आवश्यक डाक्यूमेंट के साथ 50 हजार रुपये का डिमांड ड्राफ्ट भी लेकर आना होगा. सीट अलॉटमेंट और कंफर्मेशन के समय यह शुल्क देना होगा, जिसे विद्यार्थी के अलॉट कॉलेज को ट्यूशन फीस के रूप में दे दी जाएगी. शेष शुल्क विद्यार्थी कॉलेज में रिपोर्टिंग के दौरान जमा करेंगे.

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