• शीतकालीन सावधानियां बरतने की तैयारी
• क्रू-प्रबंधन पर बल
• रेलपथों को पार करने की घटनाओं को रोकने पर बल
नई दिल्ली। उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने आज उत्तर रेलवे, प्रधान कार्यालय बड़ौदा हाउस में उत्तर रेलवे के विभागाध्यक्षों और मण्डल रेल प्रबंधकों के साथ उत्तर रेलवे की कार्य प्रगति की समीक्षा की।
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बैठक में छठ पूजा के दौरान अतिरिक्त यात्रियों की आवाजाही को सुगम बनाने जैसे अनेक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने अतिरिक्त टिकट खिड़कियां खोलने, अस्थायी जनरल टिकट काउंटरों के बाहर शेल्टर लगाने, पेयजल सुविधा उपलब्ध कराने, साफ-सफाई और संरक्षा एवं सुरक्षा इंतजामों की निगरानी करने के लिए रेल सुरक्षा बल जवानों की अतिरिक्त तैनाती जैसे कार्यों के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।
इसके अलावा महाप्रबंधक ने शीतकालीन मौसम के दौरान अधिक सावधानियां बरतने की तैयारी, रेलपथों पर संरक्षा, गतिसीमा में वृद्धि, आगामी कोहरे के मौसम के मद्देनज़र रेल परिचालन, बिजनेस डेवलेपमेंट यूनिटों और मालभाड़ा जैसे मद्दों पर चर्चा की गयी।
महाप्रबंधक ने शीतकालीन सावधानियां बरतने पर बल दिया और कहा कि रेल/वैल्ड दरारों को रोकने पर पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए। रेल ज्वाइंटस और वैल्ड़ों का निरीक्षण और ल्यूब्रीकेशन प्राथमिक आधार पर किया जाना चाहिए। उन्होंने रात्रिकालीन गश्त को भी बढ़ाने के निर्देश दिए।
संरक्षा रेलवे की प्राथमिकता है। महाप्रबंधक ने रेलपथों, रेल फाटकों के संरक्षा मानकों को बेहतर बनाने और हाई-स्पीड सेक्शनों में रेलपथों के किनारे चारदीवारी का निर्माण करने पर बल दिया। उन्होंने रेलपटरियों को पार करने की घटनाओं को गम्भीरता से लिया। उन्होंने संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलपथों के निकट अतिक्रमणों को हटाने के प्रयास करने का परामर्श दिया।
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महाप्रबंधक ने क्रू-चेंज बिंदुओं पर क्रू-चेंज के कारण रेलगाडि़यों के गतिरोध पर चर्चा की और मंडलों को क्रू-चेंजिंग लाइनों (प्वाइंटों) के दोनों सिरों पर बैठने की व्यवस्था वाले पोर्टा केबिनों के निर्माण का निर्देश दिया जिससे न्यूनतम सम्भावित समय में क्रू-चेंजिंग की जाये और क्रू-चेंजिंग के कारण होने वाले रेलगाडि़यों के विलम्ब को कम किया जा सके।
उन्होंने रेलगाडि़यों के निर्बाध संचलन के लिए रेलपथों के साथ-साथ रिले और पैनल रूमों पर विद्युत सुरक्षा पर ध्यान केन्द्रित करने पर बल दिया। उन्होंने रेल परिचालन में मानवीय भूलों को कम करने पर जोर दिया। उन्होंने प्रमुख विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों से समयपालनबद्धता को बनाए रखने और संरक्षा को प्राथमिकता देते हुए लभाड़ा लदान की गति बढ़ाने के लिए कहा।
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उन्होंने आगे कहा कि निर्माण परियोजनाओं की प्रगति की निगरानी प्रणाली पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए क्योंकि रेलवे का विकास बहुत हद तक इन परियोजनाओं पर निर्भर करता है। उन्होंने विभाग प्रमुखों से विशेष निर्माण परियोजनाओं को निर्धारित समय में पूरा करने के लिए कार्य में तेजी लाने के लिए कहा। उत्तर रेलवे अपने उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी