बछरावां/रायबरेली। अभी तक सड़कों पर घूम रहे छुट्टा मवेशी जहां राहगीरों के लिए मुसीबत बने हुए थे वहीं खेतों में फसलों को नष्ट कर रहे थे। लेकिन अब इन छुट्टा जानवरों से दुकानदार भी आजिज है। हालत इतनी दयनीय हो गए हैं कि अब यह छुट्टा जानवर दुकानदारों की दुकानों की छतों तक पर चढ़ जा रहे हैं। मंगलवार की सुबह यह नजारा बछरावां बस स्टॉप चौराहे पर देखने को मिला। किसानों के साथ-साथ आम जनता भी परेशान है अस्थाई गौशाला में बनाए जाने के बाद भी यह स्थिति है।
जिले में छुट्टा जानवरों से निजात दिलाने के लिए प्रशासन ने कई दर्जन गौशाला बनवाई हैं। इनमें काफी संख्या में गोवंश होने का दावा भी किया जाता है। लेकिन शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र की तस्वीर इससे गलत बता रही है। हाल यह है कि छुट्टा जानवरों का झुंड सड़कों पर लगा रहता है इसके कारण राहगीरों को हादसे का डर सताता है। छुट्टा जानवरों के आतंक की हद तब हो गई जब मंगलवार की सुबह लगभग 10:00 बजे बछरावां बस स्टॉप चौराहे के पास स्थित बेकरी की अस्थाई दुकानों के ऊपर छुट्टा जानवर पहुंच गए और दुकान में तोड़फोड़ करने लगे दुकानदार दुकान छोड़कर भाग खड़े हुए। बड़ी मशक्कत के साथ उन्हें दुकान के ऊपर से नीचे उतारा जा सका।
क्षेत्र के किसान जय करण पाल गोकर्ण प्रसाद, राम हेत, संजीव मिश्रा, राकेश, संतोष, रामप्रकाश, वीरेंद्र आदि का कहना है कि छुट्टा जानवरों से फसलों की बड़ी हानि हो रही है। वहीं यह जानवर अब कस्बों व सड़कों पर भी आतंक मचा रहे हैं। दर्जनों लोगों को इन जानवरों ने अब तक मौत के घाट भी उतार दिया है।शासन-प्रशासन गौशालाओं में इन्हें भेजने का दावा करती है जो सरासर गलत है। किसानों ने जिलाधिकारी से मांग की है कि छुट्टा जानवरों को गौशालाओं में भेजा जाए।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा