रायबरेली। जिले के ऊंचाहार स्थित NTPC प्लांट गेट पर श्रमिकों ने आने जाने के लिये बायोमैट्रिक उपस्थिति सिस्टम से परेशान होकर दैनिक मजदूरों ने विरोध प्रदर्शन किया। इसके साथ गेट से आने जाने का सिष्टम दुरूस्त करने के लिए मजदूरों ने मांग की है। जिसको लेकर सीआईएसएफ व विभागीय अधिकारियों ने मामले को शांत करवाने के लिए प्रयास किया। ऊंचाहार कोतवाली के अन्तर्गत स्लोन मार्ग पर एनटीपीसी प्लांट परिसर है।
- जहां पर प्रतिदिन लगभग 3 हजार दैनिक मजदूरों के लिये बायोमैट्रिक सिस्टम लगाया गया है।
- जिसका कार्य है कि दैनिक मजदूरों का प्लांट परिसर में आने जाने के लिए अंगूठा से गेट पर हाजिरी देने के बाद ही प्लांट में जा सकते है।
NTPC, महीने भर में जांच कराने के नाम पर बीते 8 महीेने
यह सुविधा 1 नवंबर को एनटीपीसी प्लांट यूनिट नंबर 6 के ब्वायलर एरिया पर हुए ब्लास्ट के बाद हुई। जिसमें लगभग 45 लेगों की मौत हो गई इसके साथ कई घायलों का आज भी उपचार विभिन्न अस्पतालों में जारी है। इसके साथ घटना को लेकर कई साक्ष्य महज जांच के घेरे में हैं। जबकि जांच के लिये एनटीपीसी ने मात्र 30 दिन का वक्त मांगा था। जिसकी अवधि बीते 30 नवंबर को ही पूरा हो गयी थी। इसके बावजूद अभी तक जांच पूरी नहीं हो पाई है, न ही मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसको लेकर प्लांट में आने जाने वाले मजदूरों के रिकार्ड पर सवाल खड़ा हो गया था।
- जिसके बाद प्लांट आने जाने वाले दैनिक मजदूरों के रजिस्टेशन की औपचारिकता निभाने के साथ साथ एनटीपीसी प्लांट मे गेट पर बायोमैट्कि सिष्टम लागू किया गया।
- लेकिन मजदूरों की संख्या 3 हजार होने से समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
मजदूरों के दैनिक वेतन में की जा रही कटौती
दैनिक मजदूरों के वेतन में बायोमैट्रिक सिष्टम के बाद से काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जिससे उनके दैनिक वेतन में कटौती की जा रही है।
रिपोर्ट—दुर्गेश मिश्रा