अमरीश श्रीवास्तव- यकीन मानिए अगर आप “खुदा” शब्द को “भगवान” समझ कर ये ख़बर पढ़ना चाहते है तो आप “अप्रैल फूल” बन गए । यह जाहिर सी बात है अब तो आपको गुस्सा बहुत आ रहा होगा , परंतु जनाब रुकिए मैंने जिस “खुदा” का जिक्र किया उसे भी पढ़ लीजिये।
दरअसल पिछले कई सालों से लखनऊ मे मेट्रो का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है । जिसमे बड़े-बड़े पिलर लगाने के लिए बड़े-बड़े गड्ढे किए जा रहे है । इन गड्ढों के लिए ताबड़तोड़ खुदाई की जा रही है । मैं जब भी हजरतगंज, इंदिरानगर , चारबाग से गुजरता हूँ मुझे “खुदा” दिख जाता है । अगर आपको भी “खुदा” देखना हो तो इन जगहों पर जाइये , मैं दावा करता हु आपको “खुदा” जरूर दिखेगा ।