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आउटसोर्सिंग कर्मियों ने एजेंसी प्रतिनिधि पर ईपीएफ व ईएसआईसी का पैसा ना देने का लगाया आरोप

बिधूना/औरैया। नगर पंचायत बिधूना के आउट सोर्सिंग कर्मियों ने सीओ बिधूना को शिकायती पत्र देकर ईपीएफ व ई एस आई सी का रुपया श्रद्धा कंस्ट्रक्शन के प्रतिनिधि विपिन कुमार यादव द्वारा न दिए जाने और भुगतान के नाम पर रंगदारी वसूले जाने का आरोप लगाते हुए जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग की है।

नगर पंचायत बिधूना के आउटसोर्सिंग कर्मी सुधीर कुमार, अल्केश कुमार, इमरान खान, राम रतन, कुलदीप कुमार, अंशु श्रीवास्तव, रोहित कुमार आदि ने सीओ बिधूना मुकेश प्रताप सिंह को दिए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि श्रद्धा कंस्ट्रक्शन 124 सी फ्रेंड्स कॉलोनी इटावा द्वारा नगर पंचायत बिधूना को पत्र संख्या 552 आउटसोर्सिंग 2018 2019 दिनांक 4 सितंबर 2018 के अनुपालन में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की आपूर्ति की गई थी, जिसकी समयावधि 3 मई 2019 तक मान्य थी।

कार्यालय शर्तों के अनुसार 64 कर्मचारियों का ईपीएफ ओएसआईसी जमा करना भी अनिवार्य था, लेकिन उक्त फर्म द्वारा कुछ कर्मचारियों का ईपीएफ व ईएसआईसी जमा नहीं किया गया है। जबकि कार्यालय से उक्त फर्म द्वारा कर्मचारियों का भुगतान ले लिया गया है। श्रद्धा कंस्ट्रक्शन की प्रोपराइटर शिखा यादव द्वारा विपिन कुमार यादव पुत्र वीरेंद्र सिंह यादव निवासी नवीन बस्ती पूर्वी बिधूना औरैया को फार्म का कार्य देखने के लिए प्रतिनिधि नियुक्त किया गया था। प्रतिनिधि के संचालन में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की आपूर्ति की जा रही थी।

विपिन यादव द्वारा प्रत्येक आउटसोर्सिंग कर्मचारियों से रंगदारी के रूप में सफाई कर्मचारियों से रुपया 1000 व कार्यालय कर्मचारियों से रुपया 2000 प्रतिमाह वसूला जाता था जो कर्मचारी विरोध करता था उसे नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती थी। जिस संबंध में तत्कालीन अधिशासी अधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया गया था। स्थानांतरित होकर आए तत्कालीन अधिशासी अधिकारी सुनील कुमार को पुनः पत्र देकर अवगत कराया गया तो उनके द्वारा संबंधित फर्म को नोटिस दिए गए एवं विपिन यादव को रंगदारी के रूप में लिए गए।

रुपयों को लौटाने ईपीएफ व ईएसआईसी जमा करने के मौखिक निर्देश दिए गए। विपिन यादव द्वारा रुपया वापस करने से मना कर दिया गया। उसके बाद कर्मचारियों से रंगदारी की शिकायत के संबंध में हलफनामा लिए गए थे। जिससे विपिन यादव अपने साथियों सहित कार्यालय में आ गए थे और तत्कालीन अधिशासी अधिकारी सुनील कुमार सिंह से बदसलूकी की थी।

इस संबंध में तत्कालीन अधिशासी अधिकारी सुनील कुमार ने थाने में प्राथमिक सूचना दर्ज कराई थी। इसके बावजूद कुछ आउटसोर्सिंग कर्मचारी प्रतिमा लिए गए रुपयों का मांगने गए तो विपिन यादव द्वारा गाली गलौज करते हुए रुपए ना देने की धमकी दी गई। पीड़ित कर्मचारियों की ओर से मामले की जांच कर दोषी पाए जाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की गई है। इस संबंध में विपिन यादव का कहना है कि उस पर लगाए गए आरोप गलत है।

रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर

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