लखनऊ। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद (TMU Moradabad) के कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर साइंस (College of Agricultural Science) के स्टुडेंट्स (Students) को पदमश्री भारत भूषण त्यागी (Padma Shri Bharat Bhushan Tyagi) समेत नामचीन कृषि विशेषज्ञों (Renowned Agricultural Experts) ने जैविक खेती का सघन प्रशिक्षण (Intensive Training In Organic Farming) दिया। इस प्रशिक्षण के लिए यूपी और उत्तराखंड की पांच यूनिवर्सिटीज़ से 18 छात्रों का चयन किया गया, जिसमें चार स्टुडेंट्स टीएमयू एग्रीकल्चर कॉलेज के हैं।
केन्द्र सरकार के कृषि एवम् किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से गाजियाबाद के नेशनल सेंटर फॉर ऑर्गेनिक एंड नेचुरल फार्मिंग में इन स्टुडेंट्स ने पांच दिनी जैविक खेती का प्रशिक्षण प्राप्त किया। टीएमयू एग्रीकल्चर कॉलेज के डीन प्रो प्रवीन कुमार जैन ने बताया कि यह प्रशिक्षण हमारे स्टुडेंट्स के शैक्षणिक और व्यावसायिक करियर में बेहद उपयोगी साबित होगा। प्रो जैन बोले, टीएमयू जैविक कृषि के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। प्रशिक्षण के अंत में सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट्स भी दिए गए।
टीएमयू एग्रीकल्चर कॉलेज में कीट विज्ञान विभाग की फैकल्टी डॉ देवेंद्र पाल सिंह ने बताया कि टीएमयू के चार स्टुडेंट्स- एमएससी प्लांट पैथोलॉजी फर्स्ट ईयर के सचिन यादव, अजहरुद्दीन, अविनाश प्रताप, अंकुश कुमार को प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर मिला। प्रशिक्षण कार्यक्रम में विशेषज्ञों ने स्टुडेंट्स को जैविक खेती के वैज्ञानिक पहलुओं, प्राकृतिक खेती के सिद्धांतों, जैविक उर्वरकों, कीटप्रबंधन, जैविक उत्पादों की गुणवत्ता सुधार, बाजार प्रबंधन, जैविक प्रमाणन प्रक्रिया, सतत कृषि पद्धतियों और नवाचारों पर सघन प्रशिक्षण दिया।
कृषि विशेषज्ञों ने किसानों की समस्याओं के समाधान और जैविक खेती को बढ़ावा देने के तरीकों पर भी विस्तार से चर्चा की। उल्लेखनीय है कि पदमश्री भारत भूषण त्यागी की जैविक खेती में विशेषज्ञता है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में टीएमयू के डॉ देवेंद्र पाल सिंह ने भी व्याख्यान दिया।