पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और तानाशाह परवेज मुशर्रफ को पाकिस्तान की कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई है। परवेज मुशर्रफ को मिली यह सजा साल 2007 में पाकिस्तान में आपातकाल लगाने के जुर्म में सुनाई गई। परवेज मुशर्रफ के खिलाफ दिसंबर 2013 में देशद्रोह का केस दर्ज किया गया था। मुशर्रफ को 31 मार्च 2014 को देशद्रोह का दोषी ठहराया गया था।
इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति सजा से बचने के लिए लाहौर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी और इस्लामाबाद की विशेष अदालत के सामने मुकदमे की लंबित कार्यवाही पर रोक लगाने की मांग की थी।
बता दें कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ इस समय दुबई हैं और बीमार हैं। वह वहां अमेरिकन अस्पताल में भर्ती हैं। उन्हें हार्ट और ब्लड प्रेशर की स्वास्थ्य समस्याएं हैं।
बीते दिनों ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग ने मुशर्रफ की तस्वीर शेयर की थी। इस फोटो में मुशर्रफ अस्वस्थ और अस्पताल में भर्ती नजर आ रहे थे। 18 मार्च 2016 को परवेज मुशर्रफ इलाज का बहाना बनाकर दुबई भाग गए थे, लेकिन उन्होंने कहा था कि मैंने अपनी सरजमीं पर वापस लौटूंगा। जब वह भागकर दुबई गए उस समय भी उनके खिलाफ पाकिस्तान की कोर्ट में देशद्रोह का केस चल रहा था।
मुशर्रफ ने बतया था कि वह पाकिस्तान आना चाहते थे, हालांकि गिरफ्तारी के डर से वह वापस नहीं आए। मई 2018 को पाकिस्तानी गृह मंत्रालय ने कोर्ट के निर्देश पर मुशर्रफ से उनका पहचान पत्र और पासपोर्ट सस्पेंड कर दिया था।
पाकिस्तान की कोर्ट को 2018 में बताया गया कि इंटरपोल ने मुशर्रफ के यूएई से प्रत्यर्पण को लेकर रेड वॉरेंट जारी करने से इंकार कर दिया है जहां पर वह साल 2016 से रह रहे।