इंडियन प्रीमियर लीग के 2020 के आगामी सत्र की गुरूवार को यहां होने वाली नीलामी में खिलाड़ियों की मंडी फिर सजने वाली है और सभी निगाहें इस बात पर रहेंगी कि इस बार नीलामी में कौन सा खिलाड़ी सबसे महंगा बिकता है। नीलामी में कुल 332 खिलाड़ी भाग्य आज़माएंगे और इनमें से 29 विदेशियों सहित 73 खिलाड़ियों को खरीदा जाना है।
आईपीएल नीलामी का इतिहास है कि हर बार कोई ऐसा खिलाड़ी निकल कर सामने आता है जिस बार जमकर कीमत लगती है और वह रातों रात सबसे बड़ा करोड़पति बन जाता है। आईपीएल टीमों ने जो खिलाड़ी रिटेन किये हैं उनमें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु टीम के कप्तान विराट कोहली 17 करोड़ रुपये की कीमत के साथ इस लीग के सबसे महंगे खिलाड़ी हैं। चेन्नई सुपरकिंग्स के महेंद्र सिंह धोनी, मुंबई इंडियंस के रोहित शर्मा और दिल्ली कैपिटल्स के ऋषभ पंत की कीमत 15-15 करोड़ रुपये है।
चेन्नई ने सुरेश रैना को 11 करोड़, किंग्स इलेवन पंजाब ने लोकेश राहुल को 11 करोड़, कोलकाता नाईटराइडर्स ने सुनील नारायण को 12.50 करोड़, मुंबई ने हार्दिक पांड्या को 11 करोड़, राजस्थान रॉयल्स ने स्टीवन स्मिथ और बेन स्टोक्स को 12.50 करोड़, बेंगलुरु ने एबी डिविलियर्स को 11 करोड़ और सनराइजर्स हैदराबाद ने डेविड वार्नर को 12.50 करोड़ तथा मनीष पांडेय को 11 करोड़ रुपये में बरकरार रखा है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि नीलामी में किस खिलाड़ी पर कितनी ज्यादा कीमत लगती है। इससे पहले भी आईपीएल में कई ऐसे खिलाड़ी निकले हैं जिनकी कीमत ने चौंकाया है। पूर्व भारतीय आलराउंडर युवराज सिंह को 2015 की नीलामी में दिल्ली ने 16 करोड़ रुपये की अविश्वसनीय कीमत पर खरीदा था। युवराज को 2014 में बेंगलुरु ने 14 करोड़ में खरीदा था। 2016 की नीलामी में बेंगलुरु ने शेन वाटसन को 9.5 करोड़, 2017 में नयी टीम राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स ने बेन स्टोक्स को 14.50 करोड़, 2018 में राजस्थान ने स्टोक्स को 12.30 करोड़ और 2019 की नीलामी में पंजाब ने जयदेव उनादकट और वरुण चक्रवर्ती को 8.4 करोड़ रुपये में खरीदा था।
उनादकट को 2018 की नीलामी में 11.50 करोड़ रुपये मिले थे। दिनेश कार्तिक को दिल्ली ने 2014 में 12.50 करोड़, कोलकाता ने 2011 में गौतम गंभीर को 11.40 करोड़ और चेन्नई ने 2012 में रवींद्र जडेजा को 9.72 करोड़ रुपये में खरीदा था।