नेपाल की तर्ज पर चलते हुए, पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने मंगलवार को अपने देश का नक्शा जारी किया है जिसमें जम्मू एंड कश्मीर और गुजरात के जूनागढ़ को अपने क्षेत्रों के रूप में दिखाया गया है. खान के नक्शे को कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “यह पाकिस्तान के इतिहास का सबसे ऐतिहासिक दिन है.
गौरतलब है की, पाकिस्तान का यह कदम जम्मू 5 अगस्त से पहले उठाया है जब जम्मू-कश्मीर से भारत सरकार के आर्टिकल 370 हटाए जाने को एक साल पूरा होने वाला है. इससे पहले, पिछले एक साल में, पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति को एक राज्य से एक केंद्र शासित प्रदेश में कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बदलने के कई प्रयास किए हैं, लेकिन वह कुछ हासिल नहीं कर पाया है.
जानकारों की माने तो, इमरान खान का यह कदम सिर्फ यही दर्शाता है की वो अपने नागरिकों को गुमराह करना चाहते हैं और अपनी झूठी कामयाबी लोगो के सामने रखना चाहते हैं.
भारत के साथ सीमा विवाद के बाद नेपाल ने भी इसी तरह एक मैप जारी कर भारतीय हिस्से लिपुलेख, कालापानी और लिंपियाधुरा को अपना बताते हुए नेपाल सरकार ने अपने देश का नक्शा जारी और उसके बाद मैप को संसद में पारित करा लिया गया था. रिपोर्ट्स हैं कि, हाल ही में नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने कहा था कि उनका भारत के साथ सीमा विवाद है और चीन के सात किसी तरह का कोई सीमा विवाद नहीं है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि ‘सर क्रीक’ में भारत के साथ पाकिस्तान का विवाद है. पाकिस्तान ने इस मैप को जारी करते हुए कहा है कि उसने इस इलाके को अपने नक्शे में शामिल कर लिया है.