लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाते हुए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम ) से जुड़ी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने बड़ा काम कर दिखाया है। उन्होंने कानपुर में स्थित पंचायती राज के एक सामुदायिक शौचालय का सोलर ऊर्जा से विद्युतिकरण किया है। महिलाओं के समूह की ओर से किया गया यह प्रयास प्रदेश के लिये नजीर बन गया है। उनकी इस पहल की तर्ज पर जल्द ही कानपुर जिले में स्थापित 595 सामुदायिक शौचालयों को जगमगाया जाएगा। आने वाले समय में प्रदेश में पंचायती राज के कुल 56 हजार सामुदायिक शौचालय भी सोलर ऊर्जा से रोशन हो जाएंगे।
कानपुर देहात की मुख्य विकास अधिकारी आईएएस सौम्या पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन को जोड़ते हुए सोलर ऊर्जा को बढ़ावा दिया गया है। उन्होंने सीएसआर फण्ड की मदद से पाइलट प्रोजेक्ट के रुप में ब्लॉक मैथा की ग्राम पंचायत टोडरपुर में सामुदायिक शौचालय को सौर ऊर्जा से जगमगाया है। इस कार्य को स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने पूरा किया है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के ‘प्रेरणा ओजस’ कार्यक्रम के तहत समूह की महिलाओं की ओर से यूपी के पहले सामुदायिक शौचालय में सोलराइजेसन किया है।
गौरतलब है कि योगी सरकार ने यूपी के 75 जिलों को खुले में शौच से मुक्त करने के लिये स्वच्छ भारत अभियान के तहत चार साल में 2 करोड़ 61 लाख शौचालय (इज्जतघर) बनवाए हैं। नई सौर ऊर्जा नीति के तहत 1535 मेगावाट के 7500 करोड़ रुपये के प्रस्ताव स्वीकृत किये हैं। चार सालों में 420 मेगावाट क्षमता की 24 सौर पावर परियोजनाएं संचालित की हैं। उनकी ओर से प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों में अब तक 3400 सोलर आरओ वाटर संयंत्रों की भी स्थापना भी कराई जा चुकी है।
किसी के भी प्रवेश करते जलेंगे बल्ब, निकलने के 30 सेंकड बाद हो जांएगे बंद
इन शौचालयों में महिलाओं द्वारा 165 वाट का सौर उर्जा संयंत्र स्थापित किया गया, जिससे 8 स्वचालित सेंसर बेस बल्ब संचालित हो रहे हैं | महिलाओ ने 150 वाट का सोलर पैनल स्टाल किया है और साथ मे 51.1 एएच की बैटरी भी लगाई है। 8 एलईडी बल्ब लगाए गये हैं जिसमे 4 बल्ब सेन्सर बेस है। इन बल्बों का मुख्य कार्य है कि जब कोई व्यक्ति शौचलय में प्रवेश करेगा वो जल जाएंगे। जैसे वो व्यक्ति बाहर निकलेगा उसके 30 सेकंड बाद वो बंद हो जाएंगे। ये बल्ब 3 वाट के हैं। इसी शौचालय में 2 बल्ब 9 वाट के हैं। जो शाम के समय 6.30 बजने पर अपने आप चालू हो जाएंगे। इस सोलर लइटिंग का बैकअप 2 दिन का होगा। खास बात यह है कि इस काम में महिलाओं ने सेन्सर बेस्ड एलईडी बल्ब को असेम्बल किया है और वायरिंग भी उन्होंने ही की है।
कानपुर जिले में 10,758 ग्रामीण महिलाएं जुड़ी हैं 978 स्वयं सहायता समूहों से
उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के निदेशक सुजीत कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन कानपुर देहात की मुख्य विकास अधिकारी आईएएस सौम्या पाण्डेय के सहयोग और मार्गदर्शन में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम ) के तहत 978 स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया है। 10,758 ग्रामीण महिलाओं को समूह से जोड़ा गया है। समूह की महिलायों को आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रेरणा ओजस कार्यक्रम चलाया जा रहा है।