ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेस-वे Yamuna Express way से गुजरने वाले वाहन यात्रियों का दस लाख रुपए का बीमा होगा। यमुना प्राधिकरण ने इसके लिए सरकारी बीमा कंपनियों से संपर्क किया है। टोल में प्रीमियम की धनराशि को शामिल किया जाएगा।
Yamuna Express way पर हर साल
Yamuna Express way पर हर साल बड़ी संख्या में हादसे होते हैं। इन हादसों में कई लोगों की जान भी चली जाती है। कई लोग गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं। घायलों के उपचार के लिए प्राधिकरण ने पंद्रह अस्पतालों से अनुबंध किया है। इसमें छह अस्पताल आगरा के, पांच मथुरा व चार गौतमबुद्धनगर के हैं।
कई बार परिवार इस रकम को वहन करने की स्थिति में नहीं होता और घायल की मौत हो जाती है। घायलों की मौत रोकने के लिए ही प्राधिकरण ने एक्सप्रेस वे से गुजरने वाले यात्रियों के लिए बीमे की अहम पहल की है। सीईओ यमुना प्राधिकरण डॉ. अरुणवीर सिंह का कहना है कि एक्सप्रेस-वे पर यात्रियों का बीमा कराया जाएगा। यमुना एक्सप्रेस-वे पर यात्रा करने वालों की जेब अब और भी ज्यादा ढीली होगी। जेपी इंफ्राटेक ने सोलर एलईडी लाइट का खर्च जुटाने के लिए प्राधिकरण को बीस पैसे प्रति किलोमीटर सेस लगाने का प्रस्ताव दिया है। प्राधिकरण दस पैसे की दर से सेस लगाने पर विचार कर रहा है।
हादसों की बड़ी वजह अंधेरा
यमुना एक्सप्रेस-वे पर होने वाले हादसों की बड़ी वजह अंधेरा है। इसके अलावा अपराधी भी अंधेरे का फायदा उठाते हैं। एक्सप्रेस-वे के सफर को सुरक्षित बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एलईडी लाइट लगाने के निर्देश दिए थे। जेपी इंफ्राटेक ने 20 पैसे प्रति किमी सेस लगाकर यह रकम जुटाने का प्रस्ताव दिया है।
हालांकि, यमुना प्राधिकरण इससे सहमत नहीं है। प्राधिकरण दस पैसे प्रति किमी सेस पर विचार कर रहा है। इस पर प्राधिकरण चेयरमैन डा. प्रभात कुमार निर्णय लेंगे। चेयरमैन की मंजूरी मिलने पर पंद्रह दिसंबर से सेस लागू किया जा सकता है। इसके बाद वाहन चालकों को टोल के साथ सेस भी अदा करना पड़ेगा। इससे सफर महंगा होना तय है। सीईओ यमुना प्राधिकरण डॉ. अरुणवीर सिह का कहना है कि मंजूरी के लिए प्रस्ताव चेयरमैन को भेजा गया है।