महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न के आरोपी बीजेपी सांसद और कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह से दिल्ली पुलिस ने दो बार पूछताछ की है। दिल्ली पुलिस ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है और अब तक इस मामले में लगभग 200 लोगों से पूछताछ की है। जांच के सिलसिले में पुलिस ने सिंह के सहयोगियों और उत्तर प्रदेश के गोंडा में उनके आवास पर काम करने वाले लोगों के भी बयान दर्ज किए हैं।
बता दें कि सात पहलवानों द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद 29 अप्रैल को बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दो अलग-अलग पुलिस मामले दर्ज किए गए। सात पहलवानों में से एक नाबालिग थी। ये मामले तब दर्ज किए गए, जब सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया था। दो मामलों में से एक POCSO कानून के तहत दर्ज है, जो बच्चों के यौन उत्पीड़न के खिलाफ कड़ा कानून है।
आरोपी बीजेपी सांसद सिंह को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। उन्होंने सभी तरह के आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि उन्होंने कभी किसी पहलवान के साथ गलत काम नहीं किया है। उन्होंने पहलवानों पर फंसाने का आरोप लगाया है। उन्होंने मामले के निपटान के लिए अपने साथ पहलवानों को भी नार्को टेस्ट कराने की चुनौती दी है।
बताया है कि जल्द ही दिल्ली पुलिस कोर्ट में एक स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करेगी, जिसमें अब तक की गई सभी पूछताछ का विवरण होगा। सूत्रों ने कहा कि पुलिस ने जांच के दौरान पहलवानों के हर आरोप पर गौर किया है और उस समय कथित तौर पर मौजूद लोगों से पूछताछ की है। पुलिस के मुताबिक, सांसद का बयान दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 164 के तहत दोबारा दर्ज किया गया है।