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पीएचडी छात्र हिजबुल के आतंकी संगठन में हुआ शामिल

नई दिल्ल़ी। देश में एक ओर जहां भारतीय सुरक्षाबल ऑपरेशन आलआउट करके आतंकियों का खात्मा करने का काम कर रहा है। वहीं हिजबुल मुजाहिद्दीन संगठन आतंकियों की नई खेप तैयार कर रहा है। जिसमें एएमयू जैसे प्रतिष्ठित संस्थान के कश्मीरी युवकों को शामिल कर रहा है।

हाल ही में इस यूनिवर्सिटी के एक छात्र ने सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीर शेयर की है। जिसमें उसके हाथ में एके-47 है।

यूनिवर्सिटी छोड़ पकड़ा आतंक का दामन

सूत्रों के अनुसार पीएचडी कर रहा यह युवक आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन का सदस्य बन गया है।

पीएचडी स्कॉलर इस छात्र का नाम मुनान बशीर वानी है, जो एएमयू में एप्लाइड जियोलॉजी में पीएचडी कर रहा था। उसने कुछ दिनों पहले यूनिवर्सिटी छोड़ दी थी।

कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के लोलाब का रहने वाला वानी 26 साल का है और वह तीन दिन पहले घर आने वाला था। लेकिन उसने घर पर कोई खबर नहीं दी।

वानी पिछले पांच साल से एएमयू में रह रहा था, वहां उसने एमफिल की डिग्री भी ली।

रविवार को ही वानी के परिवार की तरफ से गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। जिसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी।

वानी के आतंकी संगठन में शामिल होने को कश्मीर के भटके हुए युवाओं को मुख्य धारा में लाने और आतंक के खात्मे के सरकार के प्रयासों के लिए झटका माना जा रहा है, क्‍योंकि सरकार कश्‍मीरी युवाओं को हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में वापस लौटने की कोशिश कर रही है।

कुछ दिन पहले फुटबॉलर से आतंकी बने माजिद खान ने नवंबर महीने में सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण किया था। जिसकी पुष्टि रक्षा विभाग के सूत्रों ने की।

माजिद खान जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग का रहने वाला है और वह एक अच्छा फुटबॉल खिलाड़ी रहा है। कुछ दिन पहले माजिद के फुटबॉल छोड़कर बंदूक थामने की खबरें आई थीं। सूचना थी कि वह लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हो गया है।

आतंकी बनने की खबर सुनते ही माजिद के घरवाले बहुत परेशान हो गए थे। उसकी मां आशिया ने तो एक वीडियो जारी कर बेटे से वापस आने की अपील की थी। यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।

वीडियो में मां ने अपने बेटे से गुहार लगाई थी, ‘बेटा एक बार घर आ जाओ, मुझे और अपने बाप का कत्ल कर दो और फिर जहां जाना है, चले जाओ।’

उधर, माजिद के पिता को जब यह पता चला कि उनका होनहार बेटा आतंकी बन गया है तो उन्हें दिल का दौरा पड़ गया था।

घर में मानों मातम पसर गया था। अब माजिद के आत्मसमर्पण करने की सूचना पर उसके घरवालों ने राहत की सांस ली थी।

परिजनों का कहना है कि उनका बेटा वापस आ गया है, यह उनके लिए सबसे बड़ी खुशी की बात है।

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