उत्तराखंड/ उधमसिंह नगर। सामाजिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक कार्यों के लिए समर्पित संस्था ‘संपर्क’ के तत्वावधान में आज केंद्रीय विद्यालय खटीमा में एक पेड़-संपर्क के नाम (One tree in the name of contact) शीर्षक से एक वृक्षारोपण (Tree plantation) कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य और सहभागिता
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, जलवायु संतुलन और बच्चों में प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता उत्पन्न करना था. इस आयोजन को विद्यालय प्रशासन, शिक्षाविदों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और साहित्यसेवियों के साथ-साथ बच्चों की उत्साहपूर्ण सहभागिता ने सार्थक और प्रेरणास्पद बना दिया।
छात्रों की सक्रिय भागीदारी
विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने इस पहल में बड़े उत्साह के साथ भाग लिया. वृक्षारोपण केवल एक औपचारिकता नहीं बल्कि एक संवेदनशील और सामूहिक संकल्प के रूप में सामने आया. विद्यार्थियों ने अपने हाथों से पौधे लगाए और उन्हें संजोने की जिम्मेदारी भी ली।
भाजपा को मिल सकती है पहली महिला राष्ट्रीय अध्यक्ष, रेस में ये 3 नाम
प्रमुख उपस्थित गणमान्य व्यक्ति
इस अवसर पर केंद्रीय विद्यालय खटीमा के प्राचार्य त्रिभुवन प्रकाश आर्य,सोबन सिंह जीना महाविद्यालय, अल्मोड़ा कैंपस के योग विभागाध्यक्ष डॉ नवीन चंद्र भट्ट (पूर्व में चंपावत कैंपस में निर्देशक), अनेक सामाजिक संगठनों से जुड़ी तथा एकल अभियान प्रभाग 5 की उपाध्यक्षा एवं वरिष्ठ सदस्या शांति पांडे, साहित्यकार एवं ‘संपर्क’ संस्था की प्रतिनिधि दया भट्ट, शिक्षिका जीवंती भट्ट, कविता अधिकारी, विद्यालय के शिक्षकगण सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
विशेषज्ञों के विचार और प्रेरणा
डॉ नवीन चंद्र भट्ट ने योग और पर्यावरण के परस्पर संबंध पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, वृक्ष न केवल श्वास देते हैं, बल्कि हमें संतुलित जीवन का मार्ग भी दिखाते हैं. वहीं, विद्यालय के प्राचार्य श्री त्रिभुवन प्रकाश आर्य ने छात्रों को प्रेरित किया कि हर छात्र कम से कम एक वृक्ष का जीवन साथी बने. पौधारोपण के साथ-साथ बच्चों को पौधों की देखभाल हेतु नियमित रूप से जल, खाद और सुरक्षा की जानकारी भी दी गई. यह कार्यक्रम सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि एक संस्कृति का बीजारोपण है-जो आने वाले वर्षों में पर्यावरणीय चेतना का वटवृक्ष बनेगा।