प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 2 दिवसीय Nepal दौरे पहुंच गये। नेपाल में पीएम केपी शर्मा ओली ने पीएम मोदी का जबरदस्त स्वागत किया। इस दौरान नेपाल की जनता ने पीएम मोदी के जमकर जयकारे लगाये। जनकपुर में पीएम मोदी और पीएम ओली शर्मा ने जनकपुर-अयोध्या बस सर्विस को हरी झंडी दिखाई। बस को हरी झंडी दिखाने के बाद पीएम मोदी ने बारहबीघा के रंगभूमि मैदान में जनसभा को संबोधित किया। रंगभूमि मैदान में पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत मैथिली भाषा में की। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजा जनक और राजा दशरथ ने सिर्फ जनकपुर और अयोध्या को ही नहीं बल्कि भारत और नेपाल को दोस्ती के बंधन में बांध दिया था, जो कि सैकड़ों वर्षों से चली आ रहा है और हमेशा बरकरार रहेगी।
Gratitude to the people of Janakpur for the memorable welcome. pic.twitter.com/mlPI3GAJWW
— Narendra Modi (@narendramodi) May 11, 2018
भारत नेपाल किसी परिभाषा से नहीं भाषा से बंधे
पीएम मोदी ने भारत नेपाल के बारे में कहा कि यह किसी परिभाषा से नहीं बल्कि भाषा से बंधे हैं। यह आस्था का बंधन है। उन्होंने कहा कि नेपाल के बिना भारत की आस्था अधूरी है। जैसे माता जानकी के बिना अयोध्या का अस्तित्व अधूरा है। भारत और नेपाल की चुनौतियां और मंजिल एक ही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मैथिली संस्कृति की तारीफ करते हुए कहा कि दुनिया में इसका स्थान काफी ऊपर है। उन्होंने कहा कि मैथिली संस्कृति ना सिर्फ माता सीता से जुड़ी हुई है बल्कि दोनों देशोंं को जोड़े रखने में भी सहायक है।
जनकपुर ने माता सीता और भगवान राम को देखा
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘मेरा सौभाग्य है कि मैं एकादशी के दिन माता जानकी के चरणों में आया और उनके दर्शन किए। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि सदियों से भारत और नेपाल का एक खास अटूट रिश्ता है। जनकपुर ने माता सीता और भगवान राम को देखा।’
Prayed at the Janaki Mandir. It feels extremely special to be here. pic.twitter.com/Bvx2KiSs5p
— Narendra Modi (@narendramodi) May 11, 2018
राजा जनक और जानकी की भूमि पर भारत का स्वागत
नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने जनसभा को संबोधित किया और प्रधानमंत्री से कहा कि ‘राजा जनक और जानकी की भूमि पर भारत के प्रधानमंत्री का स्वागत है।’ उन्होंने कहा कि जनकपुर एक ऐसा स्थान है, जिसने भगवान राम को आते हुए देखा। अयोध्या से बारात आई और जनकपुर से विदाई हुई।
पीएम मोदी को पूजा के दौरान पंडित ने ‘पाग’ पहनाया
पीएम मोदी को जानकी मंदिर में पूजा के दौरान पंडित ने पाग पहनाया। पाग को मिथिला में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। अंग्रेजी संस्कृति में जैसे ‘क्राउन’ का महत्व है, उसी तरह से मिथिला में ‘पाग’ का महत्व है। जनकी मंदिर में पूजा के दौरान पीएम मोदी के साथ नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली भी मौजूद थे। मंदिर में दर्शन करने के बाद पीएम मोदी ने विजिटर बुक में अपना संदेश लिखा। पीएम मोदी ने कहा “यह उच्चस्तरीय और निरंतर मुलाकातें मेरी सरकार की ‘पड़ोसी पहले’ नीति की प्रतिबद्धताओं को दर्शाती है जो सबका साथ सबका विकास के उद्देश्य के अनुरूप है।”
- उन्होंने कहा, “दोनों देशों ने पिछले कुछ वर्षों में एक साथ कई द्विपक्षीय संपर्क व विकास परियोजनाएं पूरी की हैं और दोनों देशों के लोगों के लाभ के लिए परिवर्तनकारी पहलों की शुरुआत की है।”
ये बंधन है राम-सीता का। बुद्ध का, महावीर का। यही बंधन रामेश्वरम् में रहने वाले को खींच कर पशुपतिनाथ ले आता है। यही बंधन लुम्बिनी में रहने वाले को बोधगया ले जाता है। और यही बंधन, यही आस्था, यही स्नेह, आज मुझे जनकपुर ले आया है: PM @narendramodi pic.twitter.com/MqM8PO1nS3
— PMO India (@PMOIndia) May 11, 2018
पीएम मोदी अरुण तृतीय पनबिजली संयंत्र का करेंगे शिलान्यास
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अरुण तृतीय पनबिजली संयंत्र का शिलान्यास करेंगे। यह संयंत्र भारत के सतलज जल विद्युत निगम के अंतर्गत आता है। 900 मेगावाट की परियोजना के अगले पांच साल में पूरा होने की उम्मीद है। इस परियोजना पर भारत ने 1.5 अरब डॉलर का निवेश किया है।
रिपोर्ट—संदीप वर्मा