रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस हफ्ते उज्बेकिस्तान में मुलाकात होने वाली है.यूक्रेन-रूस जंग के बाद पहली बार एक मंच पर यह नेता होंगे।
इस सम्मेलन में चर्चा और कयास इस बात के लगाए जा रहे हैं कि क्या पीएम मोदी के साथ चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ के साथ वन टू वन मुलाकात होगी।
इस मुलाकात के दौरान वह रणनीतिक स्थायित्व, एशिया प्रशांत क्षेत्र की स्थिति तथा संयुक्त राष्ट्र और जी-20 के सदस्य देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग के मुद्दों पर चर्चा करेंगे. इस बात की जानकारी क्रेमलिन की ओर से दी गई है.
मुलाकात को लेकर इनकार भी नहीं किया जा रहा है। साल 2017 में भी डोकलाम के बाद दोनों देशों के बीच सैन्य तनातनी से पैदा हुए हालात को सामान्य बनाने की कोशिश हुई थी। डोकलाम में 28 अगस्त 2017 को दोनों देशों की सेनाएं पीछे हटी थी .
पुतिन और मोदी उज्बेकिस्तान के समरकंद में 15-16 सितंबर के बीच आयोजित होने वाली, शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की 22वीं राष्ट्राध्यक्षों की परिषद की बैठक में हिस्सा लेंगे.मोदी और पुतिन के बीच बैठक तय है लेकिन पाकिस्तान और चीन को लेकर अभी कुछ तय नहीं है। SCO की इस बैठक से पहले एससीओ की ऊफा बैठक की भी चर्चा है