प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि इंडो पैसिफिक क्षेत्र में भी शांति और खुशहाली के लिए हमारा घनिष्ठ सहयोग बहुमूल्य है। सबसे पहले मैं अपने मित्र महिंद राजपक्ष को प्रधानमंत्री बनने के लिए हृदय से बधाई देता हूं।पदभार संभालने के तुरंत बाद उन्होंने मेरा निमंत्रण स्वीकार किया और अपने पहले विदेश दौरे के लिए भारत को चुना। इसके लिए मैं उनका आभारी हूं चाहे सुरक्षा हो या अर्थव्यवस्था या सामाजिक प्रगति, हर क्षेत्र में हमारा अतीत और हमारा भविष्य एक-दूसरे से जुड़ा हुआ है।
यह बात प्रधानमंत्री माेदी ने आज श्रीलंका के प्रधानमंत्री राजपक्षे की दिल्ली में ज्वाइंट प्रेस मीट को संबोधित करते हुए कही। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि श्रीलंका में स्थायित्व, सुरक्षा, और समृद्धि भारत के हित में तो है ही, पूरे हिन्द महासागर क्षेत्र के हित में भी है। आतंकवाद हमारे क्षेत्र में एक बहुत बड़ा खतरा है। हम दोनों देशों ने इस समस्या का डटकर मुकाबला किया है। पिछले साल अप्रैल में श्रीलंका में ईस्टर डे पर दर्दनाक और बर्बर आतंकवादी हमले हुए थे, ये हमले सिर्फ श्रीलंका पर नहीं, पूरी मानवता पर आघात थे। इसलिए हमने आज की अपनी बातचीत में, आतंकवाद के खिलाफ अपना सहयोग और बढ़ाने की चर्चा की है।
प्रधानमंत्री माेदी ने कहा कि आज की बातचीत में हमने श्रीलंका में Joint Economic Projects पर और आपसी आर्थिक, व्यापारिक, और निवेश संबंधों को बढ़ाने पर भी विचार-विमर्श किया। हमने अपने People-to-People संपर्क बढ़ाने, पर्यटन को प्रोत्साहन देने, और कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने पर भी चर्चा की है। मैं एक बार फिर श्रीलंका के प्रधानमंत्री राजपक्ष का भारत में हार्दिक स्वागत करता हूं। मुझे विश्वास है कि उनकी इस यात्रा से भारत और श्रीलंका की मैत्री, बहुआयामी सहयोग और अधिक मजबूत होंगे साथ ही दोनों देशों के बीच क्षेत्रीय शांति और स्थायित्व के लिए सहयोग भी बढ़ेगा।