नई दिल्ली। पीएम मोदी ने देश में लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की पैरवी करते हुए कहा कि ऐसा करने से धन और समय दोनों की बचत होगी।
- इसके साथ पीएम मोदी ने देश में जाति आधारित राजनीति पर निशाना साधा और कहा कि उनका मूलमंत्र विकास है।
पीएम मोदी ने कहा चुनाव त्योहारों की तरह हैं
एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि चुनाव त्यौहारों की तरह होने चाहिए। जिस तरह से होली में आप रंग फेंकते हैं और कीचड़ भी फेंकते हैं और फिर अगली बार तक के लिए भूल जाते हैं।
- उन्होंने कहा, ‘लॉजिस्टिक के नजरिए से देखा जाये तो ऐसा लगता है कि देश हमेशा चुनावी मूड में हैं।’
- उन्होंने कहा कि चुनाव की तिथियां भी तय होनी चाहिए।
- जिससे नेता और नौकरशाह पूरे साल चुनाव कराने ।
- और चुनाव प्रचार की प्रक्रिया में शामिल नहीं हो रहे।
- मोदी ने लोकसभा, विधानसभा और स्थानीय निकायों के चुनावों के मतदाता सूची एक होने की पैरवी की।
- यह पूछे जाने पर कि क्या एक साथ चुनाव का उनका लक्ष्य पूरा हो सकेगा।
- तो मोदी ने कहा, ‘यह किसी एक पार्टी या किसी नेता का एजेंडा नहीं है।’
- पीएम मोदी ने आज कहा कि दुनिया भारत की नीतियों और आर्थिक प्रगति की क्षमता के बारे में सीधे सरकार के मुखिया के मुख से सुनना चाहती है।
- मोदी ने कहा कि वह दावोस में 125 करोड़ भारतीयों की सफलता की कहानी बयां करने पर गौरवान्वित महसूस करेंगे।
- प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। दुनिया और सभी रेटिंग एजेंसियों ने भी इसे माना है।
- मोदी ने कहा कि दावोस भारतीय बाजार के बारे में बताने का एक अच्छा अवसर प्रदान करता है।
- उन्होंने कहा कि भारत के पास अपनी युवा आबादी का लाभ है।