लखनऊ. राजधानी के पारा इलाके से पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया। इस दौरान पुलिस ने पूछताछ के बाद बाकी सभी को छोड़ दिया। लेकिन एक युवक को नहीं छोड़ा। पुलिस की हिरासत में युवक के भाई ने मारपीट और बंधक बनाने का आरोप लगाया है।पीड़ित के भाई का कहना है कि पुलिस बेवजह उसे परेशान कर रही है। उसका भाई डांस क्लास गया था पुलिस उसके घर पहुंची और पूछताछ के लिए थाने एक घंटे के अंदर पूछताछ करने की बात कहकर लाई थी। लेकिन अभी तक उसे नहीं छोड़ा।
पीड़ित के भाई का आरोप है कि बाकी के लोगों से पुलिस ने पैसे लेकर छोड़ दिया लेकिन उसके भाई के पास पैसे नहीं हैं वह निर्दोष है फिर भी पुलिस उसे हिरासत में लेकर प्रताड़ित कर रही है। हालांकि इस मामले में पारा थाना प्रभारी परशुराम त्रिपाठी ने बताया कि युवक को चोरी की घटनाओं में संलिप्त होने के शक में पूछताछ के लिए थाने पर लाया गया है। बंधक बनाने और पीटने का आरोप गलत है। पारा थाने के बुद्धेश्वर चैराहे के पास आदर्श विहार कॉलोनी में रहने वाले मोंटी ने बताया वह रेलवे में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। उसका भाई बंटी प्राइवेट नौकरी करता था। जिसे पड़ोस में रहने वाले एक अंकल ने नौकरी पर लगवाया था। उसके पिता की तबियत खराब होने के चलते बंटी को नौकरी छोड़नी पड़ी। इस समय बंटी डांस क्लास सीख रहा है। मोंटी ने बताया कि सोमवार को उसका भाई डांस क्लास से घर आया था। इसके बाद पुलिस फोर्स उसके घर आई। पुलिसकर्मियों ने कहा कि उसके भाई से कुछ पूछताछ करनी है एक डेढ़ घंटे में छोड़ देंगे। थाने ले जाने के बाद पुलिसवालों ने उसे बंधक बनाकर पीटा। मोंटी के अनुसार उसके भाई को पुलिस चोरी के आरोप में हिरासत लेना बता रही है। जबकि उसका भाई कभी ऐसा काम नहीं कर सकता। मोंटी का कहना है कि पुलिस ने अन्य युवकों को हिरासत में लिया था लेकिन उन्हें पैसे लेकर छोड़ दिया। शायद पुलिस उसके भाई से भी पैसे वसूलने की फिराक में है। आरोप यह भी है कि मंगलवार सुबह मोंटी अपने भाई को थाने में चाय देने गया था तो सिपाहियों ने उसके भी दो तीन थप्पड़ जड़ दिए। पीड़ित ने उच्च अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है।