उत्तर प्रदेश के हाईप्रोफाइल जिला अमेठी, जहां पर कांग्रेस के बड़े नेता राहुल गांधी को लोकसभा चुनाव में पराजित कर विजयी हुई श्रीमती स्मृति ईरानी, जो केेंद्रीय मंत्री भी हैं, के लापता का पोस्टर लगा है, जिसको लेकर राजनीति गलियारों में सरगर्मी तेज हो गई है.
बताया जाता है कि कोरोनावायरस महामारी का प्रसार अमेठी में तेजी से हो रहा है. यहां अब तक 146 केस मिल चुके हैं. इस बीच अमेठी में सांसद व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ लोगों का आक्रोश भी फूटने लगा है. सोमवार 1 जून को यहां कई क्षेत्रों में स्मृति ईरानी से सवाल करते हुए पोस्टर लगाए गए हैं. पोस्टर में केंद्रीय मंत्री को लापता सांसद भी लिखा गया है. हालांकि पोस्टर किसने लगवाया है अभी इसका खुलासा नहीं हो सका है. इससे पहले भोपाल में सांसद प्रज्ञा ठाकुर के भी पोस्टर लगे थे.
सोमवार दोपहर जिले के जामो के अतरौली, शाहगढ़ ब्लॉक के बहोरखा प्राथमिक पाठशाला व आसपास के खंभों पर केंद्रीय मंत्री और अमेठी सांसद स्मृति ईरानी की फोटो वाले पोस्टर चस्पा दिखाई दिए. पोस्टर में लिखा गया कि, लापता सांसद से सवाल. अमेठी से सांसद बनने के बाद (साल भर में 2 दिन) महज कुछ घंटों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाली सांसद अमेठी स्मृति ईरानी आज कोरोना महामारी के दर्द से अमेठी की समस्त जनता भयभीत और त्रस्त है. हम नहीं कहते कि आप गायब हैं.
आगे लिखा कि, मैंने आपको ट्वीट के माध्यम से अन्ताक्षरी खेलते हुए देखा है. हमने आपके माध्यम से एकआध व्यक्ति को लंच देते हुए देखा है, लेकिन, अमेठी सांसद होने के नाते से आज इस विपरीत समय में अमेठी की मासूस जनता अपनी आवश्कताओं और परेशानियों के लिए आपको ढूंढ़ रही है. विगत कई महीनों की परेशानियों के बीच में यूं ही अमेठी की जनता को निराश्रित छोड़ देना यह दर्शाता है कि शायद अमेठी आपके लिए महज टूर हब है. क्या अब आप अमेठी में सिर्फ कंधा ही देने आएगी?
साल 2019 में मई माह में बरौलिया गांव के पूर्व प्रधान व भाजपा नेता सुरेंद्र सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. वारदात के वक्त सांसद स्मृति ईरानी दिल्ली में थी. हत्या की खबर पाकर वे अमेठी पहुंची थीं और अर्थी को कंधा भी दिया था. तब लोगों ने स्मृति ईरानी के इस कदम को अमेठी की राजनीति में नई परंपरा करार दिया था.