Karnataka में सुप्रीम कोर्ट के अचानक समय सीमा घटाने के बाद जो स्थिति सामने आई है, उसमें सबसे ज्यादा नुकसान कर्नाटक की जनता को झेलना पड़ रहा है। जिसे जनता खुद स्थितियों को स्पष्ट करते हुए विरोध में खड़ी है। इसके साथ कर्नाटक में एक ओर भाजपा विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ रही है। जिसमें जनता ने उसे पूरा समर्थन दिया और राज्य में नंबर एक की पार्टी बनाया।
- वहीं कांग्रेस को कर्नाटक में सिद्धारमैया सरकार से नाराज जनता ने लगभग आधे पर लाकर खड़ा कर दिया।
Karnataka, की जनता ने कांग्रेस को नकारा
कर्नाटक में कांग्रेस जातिगत आधार पर चुनाव मैदान में उतरी थी। जिसके बाद जनता ने उसे सीधे नकार दिया। जिसका परिणाम रहा कि पिछले 2013 चुनाव में जहां कांग्रेस ने 121 सीटें जीती थी। उसके बाद 2018 में बीजपी ने जहां 40 से उठकर 104 का आंकड़ा पार कर दिया। लेकिन कांग्रेस को 78 सीटों तक समेट दिया।
तेलंगाना के लिए तैयारियां जोरों पर
भाजपा ने कर्नाटक चुनाव के बाद अब तेलंगाना की तैयारियों पर जोर देना शुरू कर दिया है। इसके लिए रणनीतियों की तैयारियां जोरों पर हैं। तेलंगाना भाजपा के लिए लक्षित राज्यों में से एक होगी। पार्टी 2019 में राज्य में होने वाले चुनाव की तैयारियों में लग गयी है। तेलंगाना में विधानसभा का चुनाव 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के साथ ही होगा।
चुनावी रणनीति के लिए बैठक
तेलंगाना भाजपा के अध्यक्ष के. लक्ष्मण के अनुसार दिल्ली में अध्यक्ष अमित शाह के नेतृत्व में एक बैठक संपन्न हुई। जिसमें उन्होंने तेलंगाना पर जोर दिया। इसके साथ उन्होंने तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए कहा है। इसके लिए उन्होंने कहा की राजनीतिक स्थिति और चुनावी योजना के आकलन के लिए शाह अगले महीने तेलंगाना आ सकते हैं।
प्रभावी संपर्क बनाने पर जोर
पश्चिम में अब रणनीतियों को तैयार कर प्रभावी संपर्क बनाने पर विशेष जोर दिया गया। इसके साथ लक्ष्मण ने कहा कि राज्य में भाजपा सांगठनिक रूप से मजबूत है और राज्य में खुद को और बेहतर करने के लिए मतदान केन्द्रों पर ‘पन्ना प्रमुख’ मॉडल की प्रणाली सबसे सफल मॉडल रहा है। जिसमें एक पन्ना का प्रभारी अपनी सूची में आने वाले मतदाताओं के परिवारों से संपर्क करता है।
विधानसभा क्षेत्रों में पन्ना प्रमुख का काम पूरा
राज्य की 119 विधानसभा क्षेत्रों में से लगभग 40-50 विधानसभा क्षेत्रों में ‘पन्ना प्रमुख’ का काम पूरा कर लिया गया है। शेष विधानसभा क्षेत्रों में महीने भर के आस पास काम पूरा कर लिया जायेगा। इसके साथ पार्टी का राज्य में संगठन को मजबूत करने के लिए कुछ विशेष काम किया जायेगा।
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