कोलकाता। भारतीय नौसेना ने ‘सी विजिल-2024‘ के चौथे संस्करण की तैयारियां पूरी कर ली है। दो दिवसीय आयोजन का आज आगाज होगा। भारतीय नौसेना अपनी समुद्री सुरक्षा क्षमता को परखने के लिए 20 और 21 नवंबर को पूरे देश में राष्ट्रीय स्तर का तटीय रक्षा अभ्यास करने जा रही है। नौसेना के अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रव्यापी इस अभ्यास के हिस्से के रूप में बंगाल में नौसेना के प्रभारी अधिकारी (एनओआइसी) की देखरेख में कोलकाता और बंगाल तट पर भी यह अभ्यास आयोजित किया जाएगा।
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कोलकाता में नौसेना के प्रमुख बेस आईएनएस नेताजी सुभाष में पत्रकारों से बातचीत में बंगाल में नौसेना के प्रभारी अधिकारी कमोडोर अजय यादव ने बताया कि पूरा अभ्यास नौसेना स्टेशन कोलकाता में संयुक्त समन्वय केंद्र (जेसीसी) से संचालित किया जाएगा। इसमें सभी हितधारकों के प्रतिनिधि बेहतर समन्वय और तालमेल के लिए मिलकर काम करेंगे।
16 केंद्रीय और राज्य एजेंसियां लेंगी भाग
उन्होंने बताया कि यह अभ्यास भारतीय नौसेना द्वारा तटरक्षक बल, बंगाल पुलिस, राज्य मत्स्य विभाग, नौवहन, बंदरगाह और जलमार्ग विभाग, सेना व वायुसेना, सीआईएसएफ, बीएसएफ, सीमा शुल्क, खुफिया ब्यूरो सहित 16 केंद्रीय और राज्य एजेंसियों की भागीदारी और समर्थन से आयोजित किया जाएगा। एनसीसी भी पहली बार इस अभ्यास में भाग ले रही है।
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26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के बाद 2019 में शुरू हुआ अभ्यास
यादव ने बताया कि 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के बाद 2019 में शुरू हुए इस द्विवार्षिक अभ्यास का उद्देश्य समुद्र से उत्पन्न होने वाले खतरों के खिलाफ भारतीय तटरेखा पर तटीय रक्षा प्रतिक्रिया की प्रभावशीलता को परखना है। अभ्यास तटीय परिसंपत्तियों जैसे बंदरगाहों, तेल रिग, केबल लैंडिंग प्वाइंट और तटीय आबादी की सुरक्षा सहित महत्वपूर्ण तटीय बुनियादी ढांचे की सुरक्षा को मजबूत करने पर केंद्रित होगा।