लखनऊ। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय, लखनऊ (Khwaja Moinuddin Chishti Language University Lucknow) द्वारा 13-14 मार्च को उच्च शिक्षा विभाग, उत्तर प्रदेश के सहयोग से नैक-संशोधित मूल्यांकन पद्धति पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन अटल दीक्षांत सभागार, केएमसी भाषा विश्वविद्यालय में किया जा रहा है।
डाॅ अल्का मिश्रा “रिसर्च प्रोजेक्ट अवार्ड” से सम्मानित
कार्यशाला की संयोजिका डॉ तनु डंग, सहायक आचार्या, पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम को सुचारु रूप से क्रियान्वित करने के लिए हाइब्रिड मोड (ऑनलाइन तथा ऑफलाइन) में पूर्वाभ्यास कर लिया गया है। कार्यशाला के लिए 300 से अधिक पंजीकरण हो चुके है, जिसमें देश प्रदेश के विभिन्न कॉलेज तथा विश्वविश्विद्यालयों के शिक्षक, शोधार्थी तथा विद्यार्थी सम्मिलित है।
कार्यशाला के उद्घाटन सत्र में मुख्य अथिति प्रो जीसी त्रिपाठी, अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा परिषद, विशिष्ट अतिथि प्रो राजेश सिंह, कुलपति, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, डॉ वहीदुल हसन, सीनियर कम्यूनिकेशन ऑफ़िसर, नैक एवं असिस्टेंट एडवाइज़र, नैक, डॉ नीलेश पांडे शामिल होंगे।
डॉ किरण लता डंगवाल यूनेस्को के एमओओसी डेवलपर के रूप में चयनित
कार्यशाला में प्रतिभाग करने के इच्छुक प्रतिभागी कल प्रातः 9:30 बजे अटल दीक्षांत सभागार, केएमसी भाषा विश्वविद्यालय में उपस्थित होकर पंजीकरण करवा सकते हैं ।