प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत यूपी के 55 स्टेशनों सहित देश के 508 स्टेशन का शिलान्यास किया। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होने वाले शिलान्यास कार्यक्रम से अलग-अलग रेलवे स्टेशनों से मंत्री व सांसद जुड़े। इसके बाद पीएम मोदी भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इस समारोह से जुड़े।
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प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रयागराज जंक्शन, प्रयाग और फूलपुर समेत 508 रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का शिलान्यास किया है। वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए शामिल हुए पीएम मोदी ने रिमोट दबाकर शुभारंभ किया।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश में 1,000 करोड़ रुपये के खर्च से 34 स्टेशन का कायाकल्प होने वाला है। महाराष्ट्र में 44 स्टेशन के विकास के लिए डेढ़ हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च होंगे। आज स्टेशनों पर मुफ्त वाई-फाई की सुविधा मिल रही है। इसका हजारों युवाओं ने लाभ उठाया है।
पीएम ने कहा कि विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा भारत अपने अमृत काल के प्रारंभ में है। नई ऊर्जा, प्ररेणा, संकल्प है। भारतीय रेल के इतिहास में भी एक नए अध्याय की शुरूआत हो रही है। भारत के करीब 1300 प्रमुख रेलवे स्टेशन अब अमृत भारत रेलवे स्टेशन के तौर पर विकसित किए जाएंगे और उनका पुनर्विकास आधुनिकता के साथ होगा।
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पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया की दृष्टि भारत पर है। वैश्विक स्तर पर भारत की साख बढ़ी है, भारत को लेकर दुनिया का रवैया बदला है। अब ट्रेन से लेकर स्टेशन तक एक बेहतर एक्सपीरियंस देने का प्रयास है। हर अमृत स्टेशन, शहर की आधुनिक आकांक्षाओं और प्राचीन विरासत का प्रतीक बनेगा।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य प्रयागराज व ब्रजेश पाठक ऐशबाग स्टेशन से प्रधानमंत्री के वर्चुअल संबोधन से जुड़े। पार्टी सूत्रों के मुताबिक अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत प्रधानमंत्री द्वारा किए जाने वाले शिलान्यास कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी लखनऊ में बादशाहनगर स्टेशन पर होने वाले कार्यक्रम में शामिल हुए।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अमेठी, डा महेन्द्र नाथ पाण्डेय चंदौली, कौशल किशोर उतरेठिया, अनुप्रिया पटेल विंध्याचल, साध्वी निरंजन ज्योति फतेहपुर, जनरल वीके सिंह गाजियाबाद, सांसद रमापति राम त्रिपाठी देवरिया सदर, राजवीर सिंह राजू भैय्या कासगंज जंक्शन, हरीश द्विवेदी बस्ती, सत्यदेव पचौरी कानपुर सेंट्रल, वीरेन्द्र सिंह मस्त बलिया, साक्षी महाराज उन्नाव जंक्शन, हेमा मालिनी गोवर्धन, लल्लू सिंह दर्शननगर, राजेश वर्मा सीतापुर जंक्शन, उपेन्द्र रावत बाराबंकी जंक्शन, दिनेश लाल यादव निरहुआ आजमगढ़ में शामिल हुए हैं।
बताते चलें कि देश के 508 रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज, 6 अगस्त 2023 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इन स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखी है। ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत पीएम ने देश भर के विभिन्न प्रमुख रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए लोकार्पण और शिलान्यास किया है, जिसके बाद से देश के कई रेलवे स्टेशनों की सूरत बदली गई है लेकिन इस बार का पुनर्विकास अब तक का सबसे बड़ा कायाकल्प होगा। ये 508 स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं, इनके विकास में 24,470 करोड़ की लागत निर्धारित की गई है।
आइए जानते हैं देश कि किस राज्य से कितने स्टेशनों का पुर्नविकास होने वाला है
उत्तरप्रदेश 55, राजस्थान, 55, बिहार 49, महाराष्ट्र 44, पश्चिम बंगाल 37, मध्य प्रदेश 34, असम 32, ओडिशा 25, पंजाब 22, गुजरात 21, तेलंगाना 21, झारखंड 20, आंध्र प्रदेश 18, तमिलनाडु 18, हरियाणा 15, कर्नाटक 13, असम 6, बिहार 3, केरल 2
फूड कोर्ट, शॉपिंग मॉल से लेकर बच्चों के लिए बनेगा प्ले ऐरिया
पुनर्विकास में यात्रियों को अत्याधुनिक सुविधाएं दी जाएंगी, जिसमें कई चीजें शामिल हैं। स्टेशन पर आने-जाने वाले यात्रियों को सामान ढोकर ऊंची सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं ऐसे में पुनर्विकास परियोजना के तहत स्टेशनों पर लिफ्ट और एस्केलेटर लगाए जाएंगे। यात्रियों के लिए वेटिंग रूम की भी व्यवस्था होगी। साथ ही एग्जीक्यूटिव लाउंज और कॉनकोर्स एरिया भी बनाया जाएगा। यही नहीं, फूड कोर्ट, शॉपिंग मॉल, कैफेटेरिया, प्ले एरिया की सुविधा भी होगी।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी