- मुंशीपुलिया पर जीएसटी पंजीकरण जागरूकता अभियान के तहत लगा कैम्प।
- बड़ी संख्या में व्यापरी पहुंचे कैम्प, वाणिज्य कर अधिकारियों से साझा की समस्याएं।
- वाणिज्यकर अधिकारियों ने जीएसटी पंजीयन से सम्बंधित लाभों की भी दी जानकारी।
- व्यापारियों की समस्याओं का वाणिज्यकर अधिकारियों ने मौके पर ही किया समाधान।
लखनऊ। व्यापारियों के सम्मान का प्रतीक जीएसटी पंजीकरण का लाभ दिलाने के लिए वाणिज्यकर विभाग के अधिकारी बुधवार को मुंशीपुलिया के लेखराज गोल्ड पहुंचे। यहां जीएसटी पंजीकरण जागरूकता अभियान के तहत एक कैम्प का आयोजन किया गया। व्यापारियों को जीएसटी का लाभ दिलाने और उनको जागरूक करने के लिए कैम्प का आयोजन एडवोकेट वेलफेयर एसोसिएशन ने किया।
कैम्प की शुरुआत में एसोसिएशन के अध्यक्ष विवेक कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष लवलेश कुमार, उपाध्यक्ष मनीष श्रीवास्तव, शलभ दीक्षित, संयुक्त सचिव अनूप त्रिपाठी ने वाणिज्यकर अधिकारियों का स्वागत किया। वाणिज्यकर विभाग की असिस्टेंट कमिशनर कामना दुबे, पुष्प राज सिंह, अंचल अग्रवाल, आशीष शुक्ला, वाणिज्यकर अधिकारी राजकुमार शुक्ला, अभिषेक मिश्र ने व्यापारियों को जीएसटी पंजीकरण के लाभों से परिचित कराया। अधिकारियों ने बताया कि देश और प्रदेश की विकास योजनाओं में जीएसटी के तहत पंजीकृत व्यक्तियों की सक्रीय भागीदारी हो सकती है।
इतना ही नहीं जीएसटी पंजीयन व्यापारिक उन्नति की संभावनाओं का प्रथम सोपान है। व्यापारियों को यह भी बताया गया कि जीएसटी संबंधित किसी भी कार्य के ए सरकारी कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं है घर बैठे ही जीएसटी कर प्रणाली में समस्त कार्य ऑनलाइन हो सकते हैं। व्यापारियों ने यहां अपनी समस्याएं अधिकारियों से साझा की और कई व्यापारियों की समस्याओं का अधिकारियों ने मौके पर ही समाधान कर दिया। इससे व्यापारियों में खुशी देखने को मिली।
लखनऊ फोटोग्राफर एसोसिएशन के अध्यक्ष आनन्द कुमार वर्मा, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मण्डल के नगर अध्यक्ष जावेद बेग, महामंत्री अश्वन वर्मा, अश्वन वर्मा, राजेश सोनी, मनीष वर्मा, सभाजीत वर्मा, उदयकांत श्रीवास्तव समेत बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद रहे। अधिकारियों ने बताया कि वाणिज्यकर विभाग में भी एक हैल्प डेस्क संचालित है जहां व्यापारी पहुंचकर अपनी समस्याओं का समाधान आसानी से कभी भी करा सकते हैं।
जीएसटी पंजीयन के लाभ
- 1.5 करोड़ वार्षिक कारोबार सीमा तक के छोटे एवं मझोले व्यापारियों के लिए समाधान योजना।
- उत्तर प्रदेश राज्य में पंजीकृत व्यापारियों के लिए रूपय 10 लाख की व्यापारी दुर्घटना बीमा योजना।
- बीमा योजना के लिए कोई प्रीमियम नहीं।
छोटे एवं मझोले व्यापारियों के लिए अत्यंत सरल रिटर्न फार्म सहज एवं सुगम।
- शून्य खरीद-बिक्री से संबंधित रिटर्न एसएमएस के माध्यम से दाखिल कराने की सुविधा।
- रुपये पांच करोड़ तक की वार्षिक कारोबार सीमा तक व्यापारियों के लिए तिमाही रिटर्न।
- केन्द्र सरकार द्वारा संचालित पेंशन योजना का लाभ।