एस्ट्राजेनेका की COVID वैक्सीन के ट्रायल में सामने आए नतीजों को लेकर आलोचनाओं तथा भ्रम के हालात से निपटने के लिए कंपनी ने एक नए ग्लोबल ट्रायल की बात कही है। कंपनी के सीईओ पास्कल सोरियोट ने कहा है कि कंपनी मौजूदा ट्रायल में सामने आई 90 % प्रभाविकता रेट की पुष्टि के लिए एक नया ट्रायल करना चाहती है।
कंपनी ने दावा किया था कि वैक्सीन की आधी खुराक देने पर यह अधिक असरकारक सिद्ध होती है, इसके पश्चात् से ही वैक्सीन पर निरंतर प्रश्न उठ रहे हैं। दवा निर्माता कंपनी तथा सहयोगी ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने आरम्भ में कमियों तथा दूसरी जानकारियों का खुलासा नहीं किया था, जिसके चलते वैक्सीन की पारदर्शिता पर प्रश्न उठ रहे हैं। सोरियोट ने कहा कि हमने वैक्सीन की उचित प्रभाविकता को दर्ज किया है तो हमें इसे मान्य करना होगा। इसके लिए हमें एक और ट्रायल करना होगा। ये ट्रायल भी इंटरनेशनल लेवल पर होगा, किन्तु इसमें कम वक़्त लगने की आशा है क्योंकि हमें वैक्सीन की प्रभाविकता पता है इसलिए हमें कम संख्या में मरीजों की आवश्यकता पड़ेगी।
वैक्सीन के ट्रायल के चलते एस्ट्राजेनेका तथा ऑक्सफोर्ड ने यह कबूल किया था कि वैक्सीन की खुराक देने में त्रुटि हुई थी, जिससे 90 प्रतिशत प्रभाविकता वाले नतीजें सामने आए थे। तत्पश्चात, वैक्सीन के असर से जुड़े डेटा पर प्रश्न उठ रहे हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि कंपनी से हुई त्रुटि के पश्चात् लोगों का वैक्सीन के असर पर विश्वास कम हुआ है।