स्वाइन फ्लू से Rajasthan राजस्थान में अब तक करीब 88 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं जांच में 900 से अधिक लोगों इस बीमारी के लक्षण पाए गए हैं।जिसके चलते यहां पर रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है।
काफी गंभीर हैं Rajasthan में
Rajasthan में हालात काफी गंभीर हैं। यहां इस साल स्वाइन फ्लू ने अब तक करीब 88 लोगों को निगल लिया है। स्वास्थ्य विभाग इस पर कंट्रोल करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। हाल ही में इस संबंध में एक बैठक भी बुलाई थी। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग ने इस फ्लू के फैलने को लेकर रेड अलर्ट भी जारी किया था कि स्वाइन फ्लू प्रदेश में तेजी से फैल रहा है। स्वाइन फ्लू को रोकने के लिए यहां पर बड़े स्तर पर जांच हो रही हैं।
आठ हजार लोगों के लिए गए सैंपल
हाल ही में करीब आठ हजार लोगों के सैंपल लिए गए। इस जांच में करीब 976 लोगों में इस बीमारी के लक्षण मिले हैं। इसमें जालोर की विधायक अमृता मेघवाल भी शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी लोगों तक इसकी दवा तेजी से पहुंचा रहे हैं। इसके अलावा सरकारी अस्पतालों में स्वाइन फ्लू के मरीजों के उपचार के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। अस्पतालों में अलग से वार्ड बनाए गए हैं। इसकी चपेट में सबसे ज्यादा लोग जयपुर में हैं।
स्वाइन फ्लू के मुख्य लक्षण
स्वाइन फ्लू के वायरस हवा में फैलते हैं। इस रोग की समय सीमा सामान्यत: दो से पांच दिनों तक होती हैं। वहीं इसकी अधिकतम समय सीमा 17 दिन तक होती है। स्वाइन फ्लू के मुख्य लक्षण बुखार आना, लगातार नाक से पानी बहना, खांसी आना है। वहीं गले में खराश होना, बदन दर्द होना और आंखों का संक्रमण, सांस फूलना तथा सिर में भयानक दर्द भी इस बीमारी के लक्षण हैं। ऐसे लक्षण होने पर डॉक्टर को दिखाएं।
मास्क का करें प्रयोग
स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए जरूरी है कि लोग घर से बाहर निकलने पर मास्क का प्रयोग करें। खांसते व छीकते समय मुंह पर कपड़ा जरूर रखें। खाने से पहले और खाने के बाद हाथों को अच्छे से धुलें। इसके अलावा शौच के उपरांत भी हाथों को साबुन आदि से धुलें। वहीं स्वाइन फ्लू से ग्रसित व्यक्ति या उसके द्वारा छुई हुई किसी भी वस्तु को छूने के उपरांत हाथों को जरूर साफ करें। बिना चिकित्सक की सलाह के किसी प्रकार की दवा न खाएं।