गोरखपुर। शासन-प्रशासन महिला कल्याण एंव बाल विकास विभाग की बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओ योजना के नाम पर वसूली करने वालों की पूरे प्रदेश में तलाश कर रहा है उन्हें पकड़वाने और उनकी धंधेबाजी रोकने का निर्देश जारी किया है। दरअसल योजना में पंजीकरण के लिए आवेदन मांगने और एक लाख रूपये तक की मदद देने का झांसा देने वाला गिरोह पूरे प्रदेश मे सक्रिय है फर्जी आवेदन फार्म बाजारों में बेचे जा रहे है जबकि शासन की योजना में किसी भी प्रकार का भुगतान की कोई व्यवस्था ही नही है नकद अनुदान के नाम पर फर्जी पंजीकरण फार्म शासन तक भी पहुंच गये है शासन ने इस पर रोक लगाने के लिए जिलाधिकारी एंव पुलिस अधीक्षकों को पत्र भेजा है प्रशासन अब ऐसे लोगो के तलाश में जुट गया है।
छापेमारी के आदेश:-
शासन के संज्ञान में आया है कि फर्जीवाड़े से अधिकतर फार्म जनपद के डाक घरो के माध्यम से पंजीकृत किये जा रहे है इस लिए शासन ने डाकघर के बाहर बेटी बचावो-बेटी पढ़ाओं योजना से संबंधित किसी प्रकार का फार्म स्वीकार नहीं किया जायेगा इसकी सूचना जरूर प्रचारित की जाय अखबारों सिनेमा हालो के जरिये प्रचार-प्रसार किया जाय जिन स्थानो पर अवैधानिक रूप से फार्म बेचे जाने की सूचना मिले वहां त्वरित गति से छापेमारी की जाय और फर्जीवाड़ा करने वालो की तत्काल गिरफ्तारी की जाये। गोरखपुर के सहजनवां मे बीते नौ अप्रैल को गाहासाड़ गांव की लड़कियों की तहरीर पर अज्ञात लोगो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। जिला प्रोबेशन अधिकारी सर्वजीत ने कहा है कि शासन ने एैसे धंधेबाजों पर नजर रखने का निर्देश दिया है लोगो को चाहिए कि यदि पंजीकरण के लिए कोई आवेदन पत्र मांग रहा हो और नकद भुगतान करने की बात कह रहा हो तो उसकी सूचना जरूर दे एैसे धंधेबाजो के खिलाफ मुकदमा दर्ज करायी जायेगी
रिपोर्टः रंजीत जयसवाल