रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने जनवरी-मार्च तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज का वित्त वर्ष 2019 की चौथी तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज का कंसोलिडेटेड मुनाफा 10,362 करोड़ रुपये रहा। जोकि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में हुए 9,438 करोड़ रुपये के प्रॉफिट से 9.8 फीसदी अधिक है। वहीं जियो ने जनवरी-मार्च के दौरान 840 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया है।
RIL का Q4 ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन 8.20 डॉलर/bbl
वित्त वर्ष 2019 की चौथी तिमाही में RIL की आय 1.20 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.38 लाख करोड़ रुपये हो गई। कंपनी का EBITDA 20832 करोड़ रुपये और मार्जिन 15.02 फीसदी रहा। RIL का Q4 ग्रॉस रिफाइनिंग मार्जिन 8.20 डॉलर/bbl रहा। चौथी तिमाही में RIL को ऑयल रिफाइनिंग व पेट्रोकेमिकल सेगमेंट में कमजोर रेवेन्यू का सामना करना पड़ा।
जियो का Q4 एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) 126.20 रुपये
वित्त वर्ष 2019 की चौथी तिमाही में रिलायंस जियो का चौथी तिमाही का मुनाफा 64.70 फीसदी बढ़कर 840 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 510 करोड़ रुपये था। जनवरी-मार्च के दौरान जियो का रेवेन्यू 11,106 करोड़ रुपये, EBITDA 4,329 करोड़ रुपये और मार्जिन 39 फीसदी रहा। पूरे वित्त वर्ष 2018-19 में जियो ने 2,964 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया। जियो का Q4 एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) 126.20 रुपये रहा। रिलायंस जियो ने अपने परिचालन के महज ढाई साल में ही 300 मिलियन ग्राहकों का आंकड़ा पार कर लिया जो अपने आप में एक उप्लब्धि है।
Comments by #RIL CFO Alok Agarwal on #RILresults for Q4 & FY2018-19 https://t.co/NLIdMZFQOz
— Reliance Industries Limited (@RIL_Updates) April 18, 2019
रिलायंस ने 6.5 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने की
वित्तीय नतीजों पर टिप्पणी करते हुए रिलायंस के चेयरमैन और एमडी मुकेश अंबानी ने कहा, वित्त वर्ष 2019 में हमने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल करते हुए कंपनी को भविष्य का रिलायंस बनाने की दिशा में कई उल्लेखनीय प्रयास किए। रिलायंस रिटेल 1 लाख करोड़ रुपये की आय के आंकड़े को पार कर गया, जियो के 30 करोड़ से अधिक उपभोक्ता हो चुके हैं। हमारे पेट्रोकेमिकल्स के कारोबार ने अब तक की सर्वाधिक कमाई की है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बेहतर नतीजे की वजह से 6.5 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड देने की घोषणा की है।