शोधकर्ताओं ने पीठ के दर्द और काम करने में असमर्थता के संबंध में मरीज के लक्षणों का लंबे समय तक अध्ययन किया है और पता लगाया है कि दर्द कितने तरह के होते हैं। इस दौरान उन्होंने विभिन्न लक्षणों के संबंध में दवाइयों (नशीली दवाइयों सहित) और स्वास्थ्य देखभाल के प्रभाव की पहचान की।
दुनिया में लोगों को सबसे ज्यादा होने वाली बीमारी पीठ का दर्द है। कनाडा के टोरंटो स्थित अध्ययन के लिए यूनिवर्सिटी हेल्थ नेटवर्क के क्रेंबिल रिसर्च इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने 16 वर्षों तक 12,782 लोगों को शामिल किया। यह निष्कर्ष बीमारी के साथ होने वाली सह-बीमारी, दर्द, असमर्थता, अफीम से बनी दवाई या अन्य दवाई के उपयोग और हेल्थकेयर विजिट के कारकों से प्राप्त हुआ।
प्राप्त परिणामों के अनुसार, लगभग आधे (45.6 फीसदी) लोगों ने कम से कम एक बार पीठ में दर्द की शिकायत की। अध्ययन में दर्द के चार समूह बनाए गए- परसिस्टेंट (18 फीसदी), डेवलपिंग (28.1 फीसदी), रिकवरी (20.5 फीसदी) और अकेजनल (33.4 फीसदी)।
आथ्र्राइटिस केयर एंड रिसर्च में प्रकाशित इस अध्ययन के अनुसार, परसिस्टेंट और डेवलपिंग प्रकार के दर्द से पीडि़त लोगों को रिकवरी और अकेजनल प्रकार के दर्द से पीडि़त लोगों से ज्यादा दर्द और असमर्थता होती है तथा वे ज्यादा हेल्थकेयर विजिट और दवाइयों का उपयोग करते हैं।