कोरोना वायरस देश के लोगों की सेहत के साथ-साथ अर्थव्यवस्था को भी ग्रहण लगा रहाहै। इसकी वजह से 2020-21 में भारत की अर्थव्यवस्था में बड़ी गिरावट दर्ज हो सकती है। खुद रिजर्व बैंक ने स्वीकार किया है कि ल़ॉकडाउन की वजह से मौजूदा वित्त वर्ष में जीडीपी ग्रोथ शून्य से नीचे जा सकती है। यह अनुमान शुक्रवार को मीडिया को संबोधित करते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांता दास ने दिया है।
गवर्नर के मुताबिक मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी रखने वाले टॉप 6 राज्यों पर महामारी का सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है। वहीं बिजली और ईंधन की मांग में भी तेज गिरावट देखने को मिली है।
रिजर्व बैंक के गर्वनर के मुताबिक फिलहाल सबसे बड़ी चिंता ये है कि देश में उत्पादन और मांग दोनो में ही गिरावट का रुख बना हुआ है। निजी खपत पर सबसे बड़ा झटका देखने को मिला है। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स का उत्पादन में 33 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है। मर्चेन्डाइज एक्सपोर्ट 30 साल के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है।