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लखनऊ कैंट विधान सभा सीट- जब कांग्रेस को छोड़ कर थाम लिया था रीता बहुगुणा ने भगवा झंडा 

लखनऊ। लखनऊ कैंट विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी ने राजू गांधी को उतारा है। इसके अलावा बसपा ने अनिल पांडेय को ट‍िकट द‍िया है जबक‍ि कांग्रेस के टिकट पर दिलप्रीत सिंह डीपी चुनाव मैदान में हैं।पर बीजेपी ने योगी सरकार में काननू मंत्री बृजेश पाठक को उम्‍मीदवार घोष‍ित क‍िया है।

जब कांग्रेस को छोड़ कर थाम लिया था रीता बहुगुणा ने भगवा झंडा 

दरअसल लखनऊ कैंट से व‍िधायक रहीं डॉक्‍टर रीता बहुगुणा जोशी ने 2017 यूपी व‍िधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से इस्‍तीफा देकर भगवा झंडा थाम ल‍िया था। इस पर वो कैंट सीट से लगातार 2017 में भी व‍िधायक चुनीं गईं थी। हालांक‍ि, 2019 लोकसभा चुनाव में भी रीता बहुगुणा जोशी ने क‍िस्‍मत आजमाई और सफल रहीं। ऐसे में उन्‍होंने इस सीट से इस्‍तीफा दे द‍िया। इस पर 2019 में यूपी व‍िधानसभा उपचुनाव में बीजेपी के सुरेश चंद्र तिवारी ने जीत दर्ज की थी। उन्‍होंने समाजवादी पार्टी के मेजर आशीष चतुर्वेदी को 35,428 वोटों के मार्जिन से हराया था। वहीं चुनाव में कांग्रेस पार्टी तीसरे स्थान पर थी।

बीजेपी के खाते में है कैंट सीट

लखनऊ कैंट व‍िधानसभा सीट पर फिलहाल भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है। कांग्रेस के कब्‍जे में रही इस सीट पर 2017 में पहली बार कमल ख‍िला था। हालांक‍ि 2019 में हुए उपचुनाव में भी यह सीट बीजेपी के पास ही रही। वहीं इस सीट पर इस साल एसपी और कांग्रेस भी बीजेपी के खिलाफ अपनी दावेदारी कर रहे हैं। अतीत पर गौर करें तो इस सीट पर दो बार भारतीय जनता पार्टी और एक बार कांग्रेज ने जीत दर्ज की है।

2012 में कांग्रेस के टिकट पर जीतीं थी रीता बहुगुणा जोशी

उनसे पहले 2012 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर रीता बहुगुणा जोशी विधायक बनी थीं। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी की कोशिश होगी कि वह इस सीट पर अपनी जीत का सिलसिला बरकरार रखे। वहीं सपा अपनी सीट पर कब्‍जा जमाने की कोश‍िश में है। 2017 के आंकड़ों के अनुसार इस सीट पर कुल 3 लाख 85 हजार 341 वोटर रजिस्टर्ड थे। हालांकि इस चुनाव में मतदाताओं की इस संख्या में इजाफा होने का अनुमान है।

 

 

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