बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल को बड़ा झटका लगा है. आरजेडी के पांच विधान परिषद सदस्यों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है, इसके साथ ही पार्टी के उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
बताया जा रहा है कि रघुवंश प्रसाद सिंह राजद में रामा सिंह को शामिल किए जाने को लेकर नाराज हैं. रघुवंश प्रसाद सिंह कोरोना पॉजिटिव हैं और उनका इलाज अभी पटना के एम्स में चल रहा है. लोक जनशक्ति पार्टी के पूर्व सांसद और बाहुबली कहे जाने वाले राम किशोर सिंह उर्फ रामा सिंह के चुनाव से ठीक पहले राजद में शामिल होने की बात कही जा रही है. चर्चा है कि कि रामा सिंह 29 जून को राजद ज्वाइन करेंगे. इसी बात से रघुवंश प्रसाद सिंह नाराज बताए जा रहे हैं.
वहीं राजद के संजय प्रसाद, कमरे आलम, राधाचरण सेठ, रणविजय सिंह और दिलीप राय ने एमएलसी पद से इस्तीफा दे दिया है. इसकी पुष्टि विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह ने कर दी है. पांचों नेता अब नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू में शामिल होंगे.
बताया जा रहा है कि सभी विधान परिषद सदस्य लालू प्रसाद यादव के करीबी बताए जा रहे हैं. लेकिन ये सभी आरजेडी की मौजूदा वंशवाद की राजनीति और तेजस्वी यादव के नेतृत्व से परेशान थे. दरअसल 7 जुलाई को विधान परिषद की 9 सीटों पर चुनाव होने वाले हैं. आरजेडी की ओर से तेज प्रताप यादव को प्रत्याशी बनाया जा सकता है.
आरजेडी के पास मौजूद विधायकों की संख्या के आधार पर 9 में से तीन सीटों पर उसकी जीत पक्की है. ऐसे में तेज प्रताप यादव की भी जीत पक्की है. तेज प्रताप यादव को विधान परिषद भेजे जाने से कई नेता नाराज हैं. इन्हीं नाराज नेताओं में 5 विधान परिषद सदस्य भी हैं, जो पार्टी छोडऩे वाले हैं.
विधानसभा चुनाव से पहले होने वाले विधान परिषद के चुनाव को सेमीफाइनल माना जा रहा है. 9 एमएलसी सीटें विधानसभा सदस्यों की संख्या के आधार पर चुनी जानी हैं. ऐसे में एक विधान परिषद के लिए 27 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी. इस तरह से तीन आरजेडी और एक कांग्रेस का सदस्य चुना जाना तय है.
विधान परिषद की जिन 9 सीटों पर चुनाव होने वाले हैं, उनका कार्यकाल मई के पहले सप्ताह में पूरा हो गया है. मंत्री अशोक चौधरी, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति हारुण रसीद, हीरा प्रसाद बिंद, पीके शाही, सतीश कुमार, सोनेलाल मेहता, कृष्ण कुमार सिंह, राधामोहन शर्मा और संजय प्रकाश का कार्यकाल पूरा हो गया है.