लखनऊ। महाराजा अग्रसेन के जन्मोत्सव पर सार्वजनिक अवकाश की मांग को लेकर राष्ट्रीय लोकदल व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल ने सूबे के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा। उन्होंने अपने लिखे गये पत्र में कहा है कि सरकार द्वारा अब महाराजा अग्रसेन के जन्मोत्सव पर सार्वजनिक अवकाश बंद कर दिया है। जिससे वैश्य समाज में भारी नाराजगी है।
महाराजा अग्रसेन एक पौराणिक कर्मयोगी लोकनायक, समाजवाद के प्रणेता, युग पुरुष, तपस्वी एवं महादानी थे। उन्होंने जिन मूल्यों को ग्रहण किया उनमें परम्परा एवं प्रयोग का संतुलित सामंजस्य दिखाई देता है। देश के समस्त व्यापारी वर्ग उनसे आज भी प्रेरणा लेता है।
राष्ट्रीय लोकदल व्यापार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष रोहित अग्रवाल ने कहा कि महाराजा अग्रसेन की जयन्ती पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की जाए तथा उनकी जीवनी को उप्र के शैक्षिक पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाय।
उन्होंने कहा कि सभी सरकारे वैश्य समाज को सिर्फ चंदा लेने के लिए याद करती है। जबकि देश व प्रदेश के विकास में सबसे ज्यादा अहम भूमिका वैश्य समाज की है। इतना ही नहीं देश की आजादी में भी वैश्य समाज का विशेष योगदान है।
उन्होंने कहा कि वैश्य समाज देश में मेडिकल काॅलेज, स्कूल, हॉस्पिटल, गौशाला, प्याऊ व कॉलेज बनाकर जनहित के कार्यो में लगा हुआ है लेकिन सरकारे इस समाज की ओर कोई ध्यान नहीं देती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल प्रदेश के वैश्य समाज के संघर्ष में पीछे नहीं है।