देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने दिवाली से पहले ग्राहकों को एक और तोहफा दिया है। बैंक ने एमसीएलआर की दरें 0.10 फीसदी तक घटा दी हैं, जो 10 अक्तूबर से लागू हो रहीं हैं। बता दें कि मौजूदा वित्त वर्ष में लगातार छठी बार बैंक ने दरें घटाई हैं।
SBI की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि फेस्टिवल के मौके पर ग्राहकों को ज्यादा फायदा पहुंचाने के लिए बैंक ने सभी अवधि के लिए MCLR दरें 0.10 फीसदी तक घटा दी हैं। अब एक साल के लिए नई MCLR दरें 8.15 फीसदी से घटकर 8.05 फीसदी पर आ गई है। नई दरें 10 अक्टूबर से लागू होंगी। बैंक ने मौजूदा वित्त वर्ष में लगातार छठी बार दरें घटाई हैं।
बता दें कि चार अक्तूबर को अर्थव्यवस्था को गति देने के प्रयासों के क्रम में भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी प्रमुख नीतिगत दर में लगातार पांचवीं बार कमी की थी। आरबीआई ने मौद्रिक नीति समिति की समीक्षा बैठक में रेपो दर 25 आधार अंक घटाकर 5.15 फीसदी कर दिया था, जिससे इस साल रेपो दर में कुल कटौती 135 आधार अंक पहुंच गई है। पहले ये दर 5.40 फीसदी थी। नौ सालों में पहली बार रेपो रेट इतना कम हुआ है। रिवर्स रेपो रेट 4.90 फीसदी कर दिया गया है और बैंक रेट 5.40 फीसदी हो गया है।
बैंकिंग क्षेत्र के नियामक रिजर्व बैंक ने एक अप्रैल 2016 से देश में मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग के आधार पर एमसीएलआर की शुरुआत की थी। उससे पहले सभी बैंक आधार दर के आधार पर ही ग्राहकों के लिए ब्याज दर तय करते थे।
आधार दर वह न्यूनतम दर है जिस पर बैंक अपने ग्राहकों को ऋण दे सकते हैं। रिजर्व बैंक यह निगरानी करता है कि कोई भी बैंक आधार दर से कम पर किसी भी ग्राहक को ऋण नहीं दे।