नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान सीमा पर पिछले तीन दिनों से लगातार गोलीबारी जारी है। जम्मू कश्मीर के सांबा सेक्टर में पाकिस्तानी गोलीबारी में शहीद हुए बीएसएफ जवान जगपाल सिंह के घर यूपी के बुलन्दशहर के गांव भैंसोली शरीफपुर में उस समय मातम छा गया, जब वह पाकिस्तान की गोलीबारी का शिकार हो गये। शहीद को गोली लगते ही उनके घर में मातम छा गया।
बीएसएफ के हेड कांस्टेबल के पद पर हुए थे तैनात
49 वर्षीय जगपाल सिंह 1988 में बीएसएफ से जुड़े थे। वो अभी हाल ही में हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात हुए थे। गुरुवार को सांबा सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से उनकी पोस्ट के पास एक मोर्टार शेल का धमाका हुआ। जिसमें वह बुरी तरह जख्मी हो गए। जिसके बाद उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन अस्पताल पहुंचाने के वाजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।
4 फरवरी को थी इकलौती बेटी निशा की शादी
शहीद जगपाल सिंह की इकलौती बेटी निशा की शादी 4 फरवरी को एक फौजी के साथ होने वाली थी। बेटी की शादी के लिए 21 जनवरी को जगपाल सिंह छुटटी पर आने वाले थे। लेकिन जगपाल सिंह नहीं आ सके। उनकी जगह पर उनकी शहादत की खबर आई। जिसके बाद उनका परिवार अब पीएम मोदी से जगपाल सिंह की शहादत का बदला लेने की मांग कर रहा है। शहीद जगपाल सिंह के बेटे गौरव ने पीएम मोदी से मांग करते हुए कहा, ‘मुझे मोदी जी से इंसाफ चाहिए। हमारे एक मरे उनके 10 मरे।
शहीद के भाई रामसिंह का कहना है कि ‘हम तब तक दाह संस्कार नहीं करेंगे जब तक कोई नेता न आ जाएं।’ शहीद के परिवार की माने तो शहादत की खबर के मिलने के बाद भी कोई विधायक या सांसद शहीद के घर नहीं पहुंचा। इससे नाराज परिजनों ने सीएम योगी के आने तक शहीद का अंतिम संस्कार नहीं करने की बात कही है।