प्राचीनतम् भारतीय संस्कृति के अवशेष पृथ्वी के हर कोने में मिलने की खबरें आये दिन सुनने को मिलती रही है. अब इंग्लैंड के कोवेंट्री शहर में सोवे नदी से कुछ ऐसे क्यूब्स मिले हैं जिन पर संस्कृत भाषा में लिखा हुआ है. इसके साथ ही कुछ शिलालेख भी मिले हैं, जिनमें कुछ आकृतियां और संख्या उभरी हुई हैं. नदी से मिले इन क्यूब्स की संख्या 60 के करीब बताई जा रही है.
इंग्लैंड के कोवेंट्री शहर में इन क्यूब्स को एक मैग्नेट फिशिंग ने प्राप्त किया है. नदियों में पड़ी चीजों को निकालने वाले को मैग्नेट फिशिंग कहा जाता है. इन क्यूब्स की खोज करने वाले तीन लोग हैं, जिनमें दो बच्चे भी शामिल हैं. इन क्यूब्स को खोज निकालने वाले विल रीड को कहना है कि ये क्यूब्स किसी रहस्यमय हिंदू प्रार्थना या अनुष्ठान से जुड़े हुए हैं. उन्होनें बताया है कि इन क्यूब्स पर कुछ तस्वीरें भी बनी हुई हैं.
बताया जा रहा है कि देखने में यह क्यूब्स इतने छोटे आकार के हैं कि इन्हें उंगलियों और अंगूठों के बीच आसानी से रखा जा सकता है. इनमें कुछ शिलालेख भी हैं जो बहुत अच्छे ढंग से तराशे गए हैं. खोजकर्ता विल रीड फिनहम के रहने वाले हैं और इनकी उम्र करीब 38 वर्ष है.
उन्होंने बताया कि जब वे नदी में फिशिंग के लिए उतरे तो उन्हें कुछ अजीब सी चीजें दिखाई दीं. उन्होंने कहा कि ये क्यूब्स दक्षिण कोवेंट्री की सोवे नदी में कूड़े के नीचे बिखरे पड़े थे. इन क्यूब्स पर सबसे पहले नजर उनके दोनों बेटे की गई. विल के दो बेट हैं, पहला सात साल और दूसरा पांच साल का है. सात वर्षीय बेंजामिन ने पिता विल ने पाया कि इन क्यूब्स पर कुछ लिखा हुआ है.
जानकारी के अनुसार विल लॉकडाउन में अपने बच्चों के साथ नदी की तरफ निकले थे. तभी उन्हें क्यूब्स मिले. इसके साथ ही उन्हें कुछ चाबियां और सिक्के भी मिले हैं. उन्होने पूरी घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वे अपने दोस्तों के साथ फेसबुक पर लाइव थे. तभी उन्हें ये क्यूब्स नजर आए. बाद में उन्होंने इन क्यूब्स को कैमरे पर दिखाया. बाद में विल ने फेसबुक और सामग्री साझा करने वाली वेबसाइट रेडिट पर क्यूब्स की फोटो को पोस्ट किया. विल को ऐसा लगता है कि ये चीजें किसी हिंदू प्रार्थना या अनुष्ठान से जुड़ी हुई है.