लखनऊ। आज लखनऊ विश्वविद्यालय के दर्शनशास्त्र विभाग की तरफ से सैटरडे सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में दर्शनशास्त्र विभाग के शोधछात्र सुधीर कुमार यादव ने अपना व्याख्यान प्रस्तुत किया। उनके द्वारा प्रस्तुत व्याख्यान का विषय रूसो का शिक्षा दर्शन था।
उन्होंने अपने व्याख्यान में रूसो की प्रसिद्ध पुस्तक एमिल को आधार बनाकर सामाजिक समझौते के सिद्धांत को स्पष्ट करने का प्रयास किया। साथ ही विभिन्न उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि किस प्रकार से हम प्रकृति से, मनुष्यों से तथा वस्तुओ से शिक्षा ग्रहण करते हैं।
इस सेमिनार में दर्शनशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रजनी श्रीवास्तव एवं अन्य विभागीय शिक्षक प्रो राकेश चन्द्रा, डॉ प्रशान्त शुक्ला, डॉ ममता सिंह उपस्थित रहे। इसके साथ ही दर्शनशास्त्र विभाग के शोध छात्रों के साथ-साथ स्नातक एवं परास्नातक के छात्र भी उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम की संरक्षक दर्शनशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रजनी श्रीवास्तव एवं समन्वयक विभाग के शोधछात्र अनुज कुमार मिश्रा, सह समन्वयक एवं रिपोर्ट राइटर विभाग की शोधछात्रा इरम खान रहीं।
कार्यक्रम का संचालन विभाग की शोध छात्रा शीतल शर्मा के द्वारा किया गया। इसके साथ-साथ विभाग के अन्य छात्रों उदय प्रकाश, विवेक रावत, रूचि पटेल ने कार्यक्रम के सफलता पूर्वक आयोजन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।