प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सौरऊर्जा उत्पादन को वैश्विक अभियान के रूप में शुरू किया था। उनके प्रयासों से स्थापित सौर ऊर्जा क्लब में सौ से अधिक देश शामिल हो चुके है। इन सभी में सौर ऊर्जा की पर्याप्त क्षमता है। भारत में भी पिछले कुछ वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। आवासों, व्यापारिक व औद्योगिक प्रतिष्ठानों में भी सौर ऊर्जा प्लांट लगाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
इसी के साथ अतिरिक्त सौर ऊर्जा को सरकार द्वारा क्रय करने की योजना भी संचालित की जा रही है। उत्तराखंड सरकार भी इस क्षेत्र में प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि आने वाला समय सौर ऊर्जा का है। सौर ऊर्जा नीति के तहत स्थानीय लोगों को छोटे छोटे सोलर संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। बहुत से स्थानीय उद्यमियों को सोलर परियोजनाएं आवंटित की गई हैं।
ऐसे ही उद्यमी ने उत्तरकाशी जिले के विकासखण्ड चिन्यालीसौड़ के ग्राम इन्द्र टिपरी में दो सौ किलोवाट का सोलर प्लांट लगाया है। इस प्लांट को ग्रिड सिंक्रोनाइज भी किया जा चुका है। सौर ऊर्जा में रोजगार की सम्भावनाओं को देखते हुए जल्द ही उत्तराखंड सरकार मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना भी शुरू करने जा रहे हैं। जिसमें दस हजार युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। स्थानीय आजीविका और विकास के लिए सौर ऊर्जा उपयोगी साबित होगी।