कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के पीछे सेहत से जुड़ी समस्या भी एक अहम वजह है। COVID-19 से अब तक फेफड़े और किडनी के प्रभावित होने की जानकारी थी। साबित होने लगा है। लेकिन, जिनका दिल कमजोर है तो सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि कोरोना कमजोर दिल वालों को अपनी जकड़ में ले सकता है। राजधानी के सबसे बड़े सुपरस्पेशलिटी अस्पतालों में से एक जीबी पंत अस्पताल में दिल पर किए गए अध्ययन में सामने आया है कि कोविड वायरस दिल के मरीजों के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रहा है। इससे लोगों को हार्ट अटैक जैसे मामलों में भी बढ़ोतरी हो रही है।
सात कोरोना मरीजों पर किया गया अध्ययन
सूत्रों के मुताबिक स्टडी में 45 और 80 के बीच की उम्र के सात कोरोना संक्रमित रोगियों पर अध्ययन किया गया। इसमें कोरोना से दिल पर पडऩे वाले असर से जुड़ी समस्याएं सामने आई हैं। अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अंकित बंसल के मुताबिक एक स्वस्थ व्यक्ति की सामान्य हृदय गति (हार्ट रेट) 60 और 100 बीट प्रति मिनट के बीच होती है लेकिन इन सातों कोरोना संक्रमित रोगियों में अधिकतम हृदय गति 42 बीपीएम और न्यूनतम 30 बीपीएम पाई गई। जो बेहद कम है।
फिलहाल सभी पीड़ितों की हालत स्थिर बताई गई है। इनमें से पांच मरीजों को स्थायी पेसमेकर लगाया जा चुका है। दो अन्य रोगियों की हृदय गति में अस्थायी पेसिंग और इलाज से सुधार भी पाया गया है लेकिन नतीजे स्पष्ट हैं कि अब कोरोना दिल से जुड़ी समस्याओं की भी वजह बन रहा है।